कस्टम अधिकारियों ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर युगांडा की दो महिलाओं के पास से 90 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन जब्त की है। ये महिलाएं मेडिकल टूरिस्ट के तौर पर भारत आई थीं।
इस संबंध में शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अधिकारियों ने 12 और 13 नवंबर की दरम्यानी रात अबू धाबी के रास्ते नैरोबी, केन्या से भारत पहुंचीं दो यात्रियों के पास से 12.9 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई है। कस्टम डिपार्टमेंट ने बयान में कहा कि जब्त नशीले पदार्थ की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 90 करोड़ रुपये है।
बयान में कहा गया कि पकड़े जाने से पहले मादक पदार्थ के साथ ये तस्कर युगांडा, केन्या और भारत सहित कई राष्ट्र क्षेत्रों से गुजरीं। हेरोइन को उन्होंने अपने सामान में छिपाकर रखा था, जिसके लिए सूटकेस में खास जगह बनाई गई थी। बयान में कहा गया है कि दिल्ली हवाई अड्डे पर तैनात भारतीय सीमा शुल्क विभाग के डॉग स्क्वॉड ने यात्रियों के सामान को सूंघकर सामान में कुछ नशीला पदार्थ होने का संकेत दिया।गहन व्यक्तिगत और सामान की तलाशी और पूछताछ में दोनों महिला यात्रियों ने स्वीकार किया कि वो हेरोइन को सूटकेस के दोनों किनारों पर फाइबर-प्लास्टिक बेस की नकली परत के नीचे विशेष रूप से बनाई गई जगहों पर छिपाकर लाई थीं। बयान में कहा गया है कि यह सफेद रंग के पाउडर या हेरोइन के दानों के क्रिस्टलीय रूप वाले प्लास्टिक और पेपर बैग में वैक्यूम पैक किया गया था।
बयान में कहा गया है कि पूछताछ के दौरान दोनों महिला यात्रियों में से एक ने खुलासा किया कि उसे केन्याई नागरिक से मिलवाया गया था, जिसने दिल्ली में कुछ सामानों की डिलीवरी के बदले पैसे देने का वादा किया था। इसके लालच में आकर उसने सड़क मार्ग से कंपाला से नैरोबी की यात्रा की, जहां केन्याई नागरिक ने उसे एक मेडिकल टूरिस्ट के रूप में अपनी यात्रा करने के लिए टिकट और कुछ दस्तावेज सौंपते हुए दिल्ली में पहुंचाने के लिए एक बैग दिया था।
“उसे एक ऐसे व्यक्ति को सामान पहुंचाना था, जो एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर उससे संपर्क करेगा। जब उसे सीमा शुल्क अधिकारियों ने रोका तो उसके पास एक बैग था जिसमें 5.4 किलोग्राम हेरोइन छुपाया गया था। वहीं, दूसरी महिला यात्री को भी उसी फ्लाइट में लगभग इसी तरह से रोका गया था, जिसमें उसके पास मौजूद दो बैगों में 7.5 किलोग्राम हेरोइन छुपाया गया था।
बयान में कहा गया है कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान महिला यात्री ने खुलासा किया कि उसे उसकी बहन ने कंपाला से नैरोबी के लिए सड़क मार्ग से और वहां से दिल्ली के लिए अबू धाबी के रास्ते उपरोक्त फ्लाइट से भेजा था। उसके पास एक मेडिकल टूरिस्ट के नकली दस्तावेज भी थे।