तालिबान इस्लामिक आंदोलन अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत से हजारों लोगों को बाहर निकाल दिया है और जाती को खत्म कर रहा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोधी मोर्चा के प्रवक्ता अली नाजारी ने यह बातें शुक्रवार को कही। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘तालिबान ने पंजशीर से हजारों लोगों को खदेड़ दिया है। वे लोग जाती को खत्म कर रहे हैं और दुनिया अभी भी इस स्थिति को देख रही है तथा अनदेखी कर रही है।’
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अफगानिस्तान में अपराधों को रोकने का भी आह्वान किया।
उल्लेखनीय है कि तालिबान ने सोमवार को प्रतिरोध के आखिरी गढ़ पंजशीर प्रांत पर भी कब्जा कर लिया। वहीं कट्टरपंथी आंदोलन ने मंगलवार को अंतरिम सरकार की घोषणा की, जिसमें अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपील के बावजूद गैर-तालिबान सदस्यों और महिलाओं को शामिल नहीं किया गया।
‘पंजशीर के शेर’ के नाम से मशहूर अहमद शाह मसूद मकबरा तोड़ा
अफगानिस्तान में तालिबान राज़ हो चुका है। पंजशीर प्रक्षेत्र पर कब्जे को लेकर तालिबान और विद्रोही गुट के बीच जंग चल रही है। तालिबान ने अब ‘पंजशीर के शेर’ के नाम से मशहूर अहमद शाह मसूद का मकबरा तोड़ दिया। अफगान रिबेल कमांडर अहमद साह मसूद को नॉर्दन अलायंस का संस्थापक भी माना जाता है। अहमद शाह मसूद की छवि अफगानिस्ता नें नेशनल हीरो की तरह है।
तालिबान ने हाल ही में दावा किया था कि उसने पंजशीर घाटी पर अपना कब्जा जमा लिया हैै। हालांकि, तालिबान का विरोध कर रहे अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने कहा है कि आखिरी सांस तक वो तालिबान के खिलाफ लड़ते रहेंगे। उन्होंने पंजशीर पर तालिबान के पूर्ण कब्जे से इनकार भी किया है।