तालिबान के साथ पाकिस्तान के गठजोड़ की फिर खुली पोल, गलबहियां करने काबुल पहुंचे ISI चीफ

आतंकवादी संगठन तालिबान और पाकिस्तान के गठजोड़ के कई सबूत हाल के दिनों में देखने को मिले हैं। पाकिस्तानी पत्रकारों ने बताया है कि पाकिस्तानी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के प्रमुख जनरल फैज हामिद, पाकिस्तानी अधिकारियों के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख के साथ काबुल पहुंचे हैं। पाकिस्तानी पत्रकार कामरान खान ने कहा कि फैज हामिद तालिबान परिषद के आधिकारिक निमंत्रण पर काबुल पहुंचने वाले सबसे बड़े विदेशी अधिकारी हैं।

जिन मुद्दों पर चर्चा की जानी है उनमें पाकिस्तान का तत्काल भविष्य और अफगानिस्तान की सुरक्षा, आर्थिक और व्यापारिक संबंध शामिल हैं।

पाकिस्तान के राजदूत के साथ भी तालिबान की चर्चा
तालिबान के राजनीतिक कायार्लय के उप निदेशक शेर मोहम्मद अब्बास स्टैनिकजई ने अफगानतिस्तान के पुनर्निमाण और अन्य मुद्दों पर कतर में पाकिस्तान के राजदूत के साथ चर्चा की है।  तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने यह जानकारी दी है।  उन्होंने शुक्रवार देर रात ट्विटर पर लिखा, “राजनीतिक कायार्लय के उप निदेशक शेर मोहम्मद अब्बास स्टैनिकजई  और उनके प्रतिनिधिमंडल ने कतर में पाकिस्तान के राजदूत और उनके प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति, मानवीय सहायता, आपसी हित और सम्मान पर आधारित द्विपक्षीय संबंधों, अफगानिस्तान के पुनर्निमार्ण समेत अन्य मुद्दों पर चचार् की।”

तालिबान का समर्थन कर रहा है पाकिस्तान: सालेह
खुद को अफगानिस्तान का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित करने वाले एवं पंजशीर घाटी में प्रतिरोध बलों में शामिल हो चुके अमारुल्लाह सालेह ने शुक्रवार को कहा कि वह देश से नहीं भागे हैं और प्रांत को घेरने वाले तालिबान तथा अल कायदा जैसे आतंकवादी समूहों का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को सीधे तौर पर दोषी ठहराया।

बीबीसी और टोलो न्यूज़ को भेजे गए एक वीडियो संदेश में, सालेह, जो पूवोर्त्तर प्रांत पंजशीर में अहमद मसूद के प्रतिरोध आंदोलन के साथ सेना में शामिल हो गए हैं, ने कहा कि उनके अफगानिस्तान से भागने से संबंधित रिपोर्ट ‘पूरी तरह से निराधार’ हैं। उन्होंने कहा,“मैं पंजशीर में हूं। स्थिति बहुत कठिन है।” सालेह ने कहा,“हम पर तालिबान, उनके अल कायदा सहयोगियों, क्षेत्र और उसके बाहर के अन्य आतंकवादी समूहों द्वारा आक्रमण किया गया है, जैसा कि हमेशा की तरह यह पाकिस्तानियों द्वारा समर्थित है।” उन्होंने कहा,“हमने मैदान पर कब्जा कर लिया है, हमने विरोध किया है। प्रतिरोध आत्मसमर्पण करने वाला नहीं है, आतंकवाद के आगे झुकने वाला नहीं है और यह जारी रहने वाला है।” उन्होंने कहा,“कठिनाइयां हैं लेकिन मैं भागा नहीं हूं और न हीं फरार हूं।”

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