IND vs ENG: भारतीय टीम के प्रदर्शन के मुरीद हुए पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल एथर्टन, कहा- Kohli & Co को सीरीज में 2-0 से आगे होनी चाहिए

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन का मानना ​​है कि विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने इंग्लैंड दौरे पर अब तक जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उस हिसाब से टीम इंडिया को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से आगे होनी चाहिए। भारत ने ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में शानदार वापसी करते हुए इंग्लैंड को 120 रनों पर ढेर कर दिया था और 151 रनों से जीत अपने नाम कर ली। लॉर्ड्स के मैदान पर टीम इंडिया की अब तक की यह तीसरी जीत है। एथर्टन का बयान भारत की जीत के बाद आया है। भारतीय टीम अब पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाए हुई है। दोनों टीमों के बीच बर्मिंघम में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था।

पूर्व इंग्लिश कप्तान एथर्टन ने द टेलीग्राफ के लिए अपने कॉलम में लिखा, ‘ हालांकि होम कंडिशन्स अनिवार्य रूप से सोमवार को इंग्लैंड के अंतिम दिन के प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करेंगी। उनके खेल की आक्रामकता, जीतने की उनकी इच्छा, और उनका कौशल उन्हें मुश्किल क्षणों से बाहर लाने में सफल रहा। ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में टीम इंडिया अच्छी कंडीशन में थी। लेकिन मुकाबले का आखिरी दिन बारिश की भेंट चढ़ गया और मैच ड्रॉ हो गया। अगर बारिश नहीं होती तो ये मैच भारत जीत सकता था और वो अभी सीरीज में 2-0 से आगे होता।’

पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में नॉटिंघम में भारत को पांचवें और अंतिम दिन जीत के लिए 157 रनों की जरूरत थी और उसके पास नौ विकेट बचे हुए थे। लेकिन इस दिन बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी और भारत जीत से महरूम रह गया। इसके कारण पहला मैच बिना किसी परिणाम के ड्रॉ हो गया। हालांकि टीम इंडिया ने लार्ड्स टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया और दूसरा टेस्ट जीतकर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली। दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट 25 अगस्त से हेडिंग्ले में खेला जाएगा।

 

 

एथर्टन ने आगे कहा, ‘ इंग्लैंड ने शुरुआती दोनों मैच अपने स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में खेले हैं। इनमें बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, क्रिस वोक्स और स्टुअर्ट ब्रॉर्ड जैसे बड़े नाम शामिल है। पहले दोनों टेस्ट में इंग्लैंड के लिए उनके दो दिग्गज खिलाड़ी जेम्स एंडरसन और जो रूट की मौजूदगी का फायदा मिला और यही टेस्ट क्रिकेट है। सीनियर खिलाड़ी टीम की कई कमियों को पूरा कर सकते हैं। इंग्लैंड की टीम में दोनों टेस्ट में सामूहिक प्रयास नहीं किया।’

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