डायबिटीज इन दिनों एक कॉमन बीमारी है, जो काफी घातक साबित हे सकती है। कई लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं। इस बीमारी के मुख्य तौर पर दो प्रकार हैं जिसमें टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज शामिल है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो भारत में फिलहाल करीब 77 मिलियन लोग डायबिटीज से बीमार हैं वहीं लगभग 80 मिलियन प्री-डायबिटीज से पीड़ित हैं। टाइप 2 डायबिटीज बहुत कॉमन है, जिसमें पेनक्रिया पर्याप्त इंसुनिका प्रड्यूज नहीं करता। इस बीमारी में लोग वर्षों तक दवाईयां और इंसुलिन इंजेक्शन पर रहते हैं। वहीं खाने में भी कई तरह के बदलाव करने की जरूरत होती है। हालांकि अब विशेषज्ञों को लगता है कि टाइप-2 डायबिटीज के लिए एक्सरसाइस एक असरदार दवा है।
द लुक अहेड(एक्शन फॉर हेल्थ इन डायबिटीज ) के परिक्षण के मुताबिक, हर हफ्ते 150 मिनट के लिए एरोबिक एक्सरसाइज करने से टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों में ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार होता है। बुडुर्ग डायबिटीज रोगियों में वजन मशीनों या फिर उसके बिना एक्सरसाइ्ज करने से प्रतिरोध प्रशिक्षण में 50 प्रतिशत तक सुधार हो सकता है।
एरोबिक्स के ज्यादा फायदों को लेकर एक्सपर्ट्स कुछ नियमों को फॉलो करने की सलाह देते हैं। वहीं एक्सरसाइज हफ्ते के सातों दिनों के लिए होनी चाहिए, बिना व्यायाम के दो से ज्यादा दिन नहीं गुजरने चाहिए। प्रतिरोध प्रशिक्षण डायबिटीज रोगियों में हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद कर सकता है।
विशेषज्ञ टाइप 2 डायबिटीज के लिए सायक्लिंग, लंबी पैदल यात्रा, डांस, तेज चलना, टेनिस, लंजिस, पुश अप, दौड़ने जैसी एक्सरसाइज फॉलो करने की सलाह देते हैं। बताते चलें की टाइप 2 डायबिटीज पैशेंट को लो कार्ब्स डाइट रेकमेंड की जाती है। ऐसे में डाइट और एरोबिक्स दोनों पर ध्यान दिया जाए तो टाइप 2 डायबिटीज रोगियों को आराम मिल सकता है।