चेतेश्वर पुजारा की हालिया फॉर्म टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में भी पुजारा का बल्ला खामोश रहा और वह महज 9 रन बनाकर चलते बने। पुजारा ने पिछली 10 पारियों में 25 का आंकड़ा तक नहीं पार किया है और हर एक रन के लिए जूझते नजर आ रहे हैं। दूसरे टेस्ट में जेम्स एंडरसन ने पुजारा का शिकार किया और उनको जॉनी बेयरस्टो के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा। भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने बताया है कि लॉर्ड्स टेस्ट में पुजारा कहां पर एंडरसन को समझने में नाकाम रहे और अपना विकेट गंवा बैठे। कैफ ने कहा कि पुजारा के दिमाग में उनकी एक या दो पारियों को लेकर संदेह है और इसी वजह से वह काफी संघर्ष कर रहे हैं।
‘सोनी स्पोर्ट्स’ पर बात करते हुए कैफ ने कहा, ‘यह साफतौर पर दिख रहा है कि पुजारा प्रेशर में हैं। वह अपनी पारियों को काउंट कर रहे हैं जो नहीं करना चाहिए, लेकिन यह आसान नहीं है। आप गेंदबाज की तारीफ कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि इस पिच पर पुजारा का अपनी बॉडी के बाहर बैट फेंकना ही उनकी सबसे बड़ी गलती रही। इस बार बॉल ऑफ स्टंप के बाहर थी, लेकिन वह ज्यादातर बल्ले के भारी किनारा लेने पर ही आउट हो रहे हैं। आखिरी इनिंग जो उन्होंने खेली थी उसमें बॉल स्टंप्स के अंदर थी, गेंदबाज यही थी, बॉल पड़ी और बाहर की तरफ गई वहां पर भी भारी किनारा लगा था।’पुजारा की बैटिंग पर बात करते हुए कैफ ने कहा, ‘यहां पर वह स्टंप से बहुत दूर थे। जब आपका फुटवर्क काम नहीं करता और अगर पुजारा जैसे खिलाड़ी ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदें खेलने लगे तो मतलब है कि उनके दिमाग में अपनी एक या दो पारियों को लेकर संदेह है और प्लेयर्स विंग्स में इतंजार कर रहे हैं। पुजारा जब फॉर्म में होते थे तो उनके बैट और पैड के बीच में एक बड़ा गेम होता था, वह गेंद को बॉडी के पास से खेलते हैं और यह उनकी ताकत है। वह एक अटैकिंग बल्लेबाज नहीं हैं और वह आपको थकाकर रन बनाते हैं। उनका डिफेंस उनकी ताकत है।’