भारतीय क्रिकेट फैन्स इन दिनों अपने कप्तान विराट कोहली की फॉर्म को लेकर काफी चिंतित हैं। विराट ने नवंबर 2019 के बाद से कोई भी शतक नहीं जड़ा है और क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में खासतौर पर वह काफी संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। कोहली के साथ-साथ चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के भी बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज में खेले गए पहले टेस्ट में भी इन तीनों ही बल्लेबाजों का बल्ला खामोश रहा था। ऐसे में लॉर्ड्स टेस्ट मैच से पहले जब टीम इंडिया के कप्तान से पूछा गया कि क्या टीम मैनजेमेंट रहाणे और पुजारा की खराब फॉर्म को लेकर परेशान है तो इस पर विराट ने साफ इनकार किया।
वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए विराट कोहली ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता यह चिंता का विषय है। हमारा बेसिक फोकस इस समय यह सोचना नहीं है कि एक खिलाड़ी निजी तौर पर कहां खड़ा है, बल्कि एकसाथ मिलकर वह टीम में कितनी मजबूती लेकर आ रहे हैं यह हमारी टीम का फोकस है। एक बैटिंग यूनिट के तौर पर हम मुश्किल परिस्थितियों में अच्छा करने की कोशिश करते हैं ताकि हम वीनिंग पोजीशन में रहें और कोई ना कोई जाकर हर मैच में जाकर अपना योगदान देता रहे।’ पुजारा भी इन दिनों खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और उन्होंने 32 पारियों से टेस्ट में शतक नहीं जड़ा है। पुजारा का औसत भी महज 27.64 का रहा है। कोहली ने ऋषभ पंत क शॉट सिलेक्शन को लेकर बचाव करते हुए कहा, ‘वह इसी तरह के खेलते हैं। उनके अंदर इसी तरह से पारी को आगे बढ़ाकर लंबी इनिंग खेलने की काबिलियत है। यह जरूरी नहीं है कि वह डिफेंसिंग रोल अपनाए, जब स्थिति की डिमांड होती है तो वह उसको समझने के लिए काफी समझदार हैं। अगर हम गेम को बचाने की तरफ देख रहे होंगे तो आपको उनको उस तरह के शॉट्स खेलते नहीं देखेंगे। जब मैच की स्थिति 50-50 प्रतिशत होती है और जब वह गेम को चेंज कर सकते हैं तो वह चांस लेते हैं। यही उनके खेलने का तरीका है और वह ऐसे ही हैं। हम उनसे यही उम्मीद करते हैं कि वह इस तरह की पारी खेली जिससे मैच का मोमेंटम चेंज हो जाए। वह इसी तरह से खेलेंगे।’