शेल्टर होम से भागी बिहार की बालिका का 72 घंटे बीतने के बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। बालिका की प्रोफाइल और बयान वाली फाइल रेलवे चाइल्ड लाइन से एकाएक गायब होने से हड़कंप मच गया है। इसका पता तब चला जब सीडब्लूसी न्यायपीठ ने इस मामले में रेलवे चाइल्ड लाइन व शेल्टर होम को नोटिस जारी किया है। सीडब्लूसी न्यायपीठ ने कहा कि अगर नौ अगस्त तक नोटिस का जवाब नहीं मिला तो एफआईआर भी कराई जाएगी। पूछताछ के साथ ही सीडब्लूसी की टीम ने रेलवे चाइल्ड लाइन का भी निरीक्ष्रण किया।
तीन दिन पहले हरथला स्थित ओपन शेल्टर होम से तेरह वर्षीय बालिका स्टाफ की आंखों में धूल झोंककर भाग गई। इस मामले में सीडब्लूसी व प्रोबेशन विभाग के अफसर लगातार केस पर नजर रखे हैं। तीन दिन गुजरने के बाद भी बालिका का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। इस मामले में सीडब्लूसी अध्यक्ष अमित कौशल शेल्टर होम पहुंचे और घटना के दिन डयूटी पर रहे स्टाफ से फिर पूछताछ की,जहां सभी के बयानों में विरोधाभास मिला। इसके बाद शाम सीडब्लूसी न्यायपीठ के अध्यक्ष के संग सदस्य संजय चुतर्वेदी,बबीता विश्नोई, हरिमोहन गुप्ता और अखिलेश कुमार शाम को रेलवे चाइल्ड पहुंचे। जहां, उन्होंने भागी बालिका की तैयार फाइल मांगी, इस पर बताया गया कि फाइल गायब हो गई,मिल नहीं रही है। इस घोर लापरवाही पर न्यायपीठ ने रेलवे चाइल्ड लाइन व शेल्टर होम की संचालिका को नोटिस भेजकर नौ तक पेश होकर अपना पक्ष रखने को कहा है। अगर इसके बाद भी कोई जवाब संस्था से नहीं मिला तो एफआईआर कराई जाएगी। वहीं दूसरी ओर प्रोबेशन विभाग की ओर से बालिका भागने के केस में स्टाफ की लापरवाही व घटना को छिपाए जाने के मामले में जांच कराई जा रही है। ऐसे हालात में इस बार संस्था की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं।