बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पाटीर् (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई को अंग्रेजी से आजादी दिलाई है और इसके कारण पहली बार देश के आठ राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेजों में हिंदी, बंग्ला, मराठी समेत 11 भारतीय भाषाओं में पढ़ाई इसी शैक्षणिक सत्र से प्रारम्भ हो रही है।
मोदी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि देश के आठ राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहली बार हिंदी, बंग्ला, मराठी समेत 11 भारतीय भाषाओं में पढ़ाई इसी शैक्षणिक सत्र से प्रारम्भ हो रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) ने इसके लिए अनुमति दे दी है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस फैसले से बिहार के ऐसे छात्रों को भी अब इंजीनियर बनने का मौका मिलेगा, जो अंग्रेजी अच्छी न होने से निराश होते थे। उन्होंने कहा कि यह पहल इंजीनियरिंग की पढ़ाई को अंग्रेजी से आजादी दिलाने वाली है।
भाजपा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया, ताकि इंजीनियरिंग जैसे आधुनिक विषयों का ज्ञान प्राप्त करने में अंग्रेजी बाधक न बने। उनके मार्गदर्शन में तैयार नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत चार राज्यों के आठ इंजीनियरिंग कॉलेज इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्प्यूटर साइंस जैसे छह चुनिंदा विधाओं की पढ़ाई हिंदी में करायेंगे। इसके लिए पाठ्य सामग्री हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में तैयार कर ली गई है।