कोरोना वायरस से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान में टीका लेने में सबसे अधिक 18 साल से अधिक उम्र के युवा आगे हैं। बुजुर्गों की संख्या काफी कम है। स्लॉट बुकिंग में बुर्जुग पिछड़ जा रहे हैं, क्योंकि जैसे ही पोर्टल पर टीकाकरण के लिए स्लॉट की बुकिंग के लिए खोला जा रहा है वैसे ही एक मिनट के अंदर युवा बुकिंग कर ले रहे हैं।
इसीलिए अब बुजुर्गों को टीकाकरण केंद्र पर ही जाकर टीका लेने की मजबूरी हो गई है। बुजुर्गों की इस समस्या से निदान के लिए प्रशासन ने पटना शहर के पांच टीकाकरण केंद्रों पर उनके लिए विशेष व्यवस्था की है। अक्षम और लाचार लोगों को इन सेंटरों पर वाहनों में ही टीका लगाया जा रहा है।
पटना जिले में लगभग 22 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है। इनमें साढे आठ लाख से अधिक 18 से 45 साल के युवा हैं। हालांकि इस आयु वर्ग में वैक्सीन का दूसरा डोज लेने वालों की संख्या कम है, लेकिन युवाओं में टीकाकरण के प्रति इतनी जागरूकता है कि प्रत्येक दिन स्लॉट बुकिंग के लिए खुलने वाले पोर्टल पर युवा बाजी मार ले रहे हैं। 90 प्रतिशत स्लॉट बुकिंग युवाओं की हो रही है। वैक्सीन का दूसरा डोज लेने वाले युवाओं की संख्या 50 हजार से अधिक है।
इसी प्रकार सबसे कम टीकाकरण 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों की हुई है। इस आयु वर्ग में टीके का पहला डोज लेने वालों की संख्या दो लाख 90 हजार तथा दूसरा डोज लेने वालों की संख्या एक लाख 15 हजार है। इसी प्रकार 45 साल से 60 साल आयु वर्ग के चार लाख से अधिक लोगों को पहला डोज दिया जा चुका है, जबकि दूसरा डोज लेने वालों की संख्या दो लाख 40 हजार है। अधिकारियों का कहना है कि 60 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण अन्य आयु वर्ग की तुलना में कम है। इसीलिए ऐसे लोगों को शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।
होगा हेल्पलाइन नंबर
अधिकारियों का कहना है कि बुजुर्गों में टीकाकरण के प्रतिशत को बढ़ाने के लिए कालांतर में हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। इस पर विचार चल रहा है। हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर लोग अपनी बुकिंग करा सकते हैं। ऐसे लाचार एवं अक्षम लोगों की सूची बनाकर उनके घर पर ही टीका देने की योजना बनाई जा रही है। वर्तमान समय में शहर के पांच ऐसे टीकाकरण केंद्र हैं, जहां उन्हें लाइन में लगकर प्रतीक्षा नहीं करने की व्यवस्था की गई है। ऐसे लोगों को उनके वाहनों में ही वैक्सीन लगायी जा रही है। जिन केंद्रों पर ऐसी व्यवस्था है, उसमें अशोका पाटलिपुत्र होटल, पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स स्टेडियम कंकडबाग, राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज पाटलिपुत्र, श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल तथा रामदेव सामुदायिक भवन पटना सिटी शामिल हैं।