आज के समय में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सेविंग अकाउंट पर 3 प्रतिशत से नीचे ब्याज दे रहा है। जिसकी वजह से एसबीआई कस्टमर अन्य संसाधनों पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। अगर आप भी बिना रिस्क उठाए बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो SBI सेविंग प्लस अकाउंट (SBI Saving Plus Account) एक बेहतर विकल्प हो सकता है। एसबीआई सेविंग्स प्लस अकाउंट मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (MODS) से जुड़ा एक बचत बैंक खाता है, जिसमें बचत बैंक खाते से एक सीमा से अधिक की अतिरिक्त राशि को ₹1000 के मल्टीपल में खोले गए सावधि जमा में ऑटोमेटिक रूप से ट्रांसफर कर दिया जाता है।
मल्टी ऑप्शन डिपाॅजिट से लिंक होता है खाता
यह खाता मल्टी ऑप्शन डिपाॅजिट अकाउंट से लिंक होता है। इस खाते में मिनिमम बैलेंस वाली रकम 1000 के मल्टीपल में एक साल से 5 साल तक टर्म डिपाॅजिट/एफडी में जमा कर दिया जाता है। हालांकि इसमें आपको मिनिमम बैलेंस रखना पड़ता है।
कौन खोल सकता है यह अकाउंट
SBI की वेबसाइट के अनुसार इस अकाउंट को खोलने के लिए एक अर्हता को पूरा करना होगा –
1- ऐसे सभी व्यक्तियों के पास वैलिड केवाईसी डाॅक्यूमेंट होना चाहिए, जिससे वह सेविंग अकाउंट खोल सकें।
2- सिंगल या ज्वाइंट इस खाते को खोला जा सकता है।
एसबीआई बचत प्लस खाते की मुख्य विशेषताएं
- जमा की अवधि 1-5 वर्ष है।
- एटीएम कार्ड
- मोबाइल बैंकिंग
- इंटरनेट बैंकिंग
- एसएमएस अलर्ट
- एमओडी जमा पर ऋण उपलब्ध
- एमओडी में स्थानांतरण के लिए न्यूनतम सीमा सीमा ₹35000
- एक बार में ₹1,000/- के गुणकों में एमओडी ₹10,000 में स्थानांतरण की न्यूनतम राशि
- 25 नि:शुल्क चेक प्रतिवर्ष। ग्राहक द्वारा बनाए गए त्रैमासिक औसत शेष राशि के आधार पर शुल्क के साथ आगे के चेक जारी किए जाएंगे
- इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से खातों का ट्रांसफर
- अधिकतम शेष राशि: कोई सीमा नहीं
- लेनदेन को रिकॉर्ड करने के लिए एक पास बुक जारी की जाती है। मूल पासबुक खो जाने पर शुल्क के भुगतान पर डुप्लीकेट पासबुक जारी की जा सकती है। खातों का विवरण ई-मेल के माध्यम से भी भेजा जा सकता है
- मासिक औसत शेष राशि: शून्य।