टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर की कमी काफी खली। टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में स्पिनर ऑलराउंडर के तौर पर रविंद्र जडेजा के साथ खेलने उतरी थी और इस खामियाजा विराट एंड कंपनी को उठाना पड़ा। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने हालांकि इस हार के बाद भी प्लेइंग XI का बचाव करते हुए कहा था कि टीम मैनेजमेंट को लगा था कि इस मैच में उतरने के लिए ये ही बेस्ट 11 खिलाड़ी थे। टीम इंडिया के पूर्व नेशनल सिलेक्टर सरनदीप सिंह का मानना है कि तेज गेंदबाज ऑलराउंडर के तौर पर हार्दिक पांड्या पर अब भरोसा नहीं किया जा सकता है और अब समय आ गया है कि शार्दुल ठाकुर को इस रोल के लिए तैयार किया जाए। सरनदीप सिंह ने इसके अलावा कहा कि शार्दुल के अलावा विजय शंकर या शिवम दुबे को भी इस रोल के लिए तैयार किया जा सकता है। शार्दुल भारतीय टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर तो गए हैं, लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए चुनी गई 15 सदस्यीय टीम से वह बाहर हो गए थे।
सरनदीप सिंह ने रविवार को कहा, ‘आप अब सिर्फ हार्दिक पांड्या पर भरोसा नहीं कर सकते हैं। आपको नहीं पता कि क्या वह तीनों फॉर्मेट में गेंदबाजी के लिए फिट होंगे या नहीं। शार्दुल जैसे खिलाड़ी को तैयार करना होगा, या फिर विजय शंकर या शिवम दुबे भी हैं।’ सरनदीप सिंह ने साथ ही इस बात पर भी हैरानी जताई कि टीम इंडिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए प्लेइंग XI में बदलाव नहीं किया। भारत ने मैच से एक दिन पहले प्लेइंग XI की घोषणा कर दी थी। मैच के पहले दिन इतनी बारिश हुई थी कि टॉस नहीं हो सका था। ऐसे में माना जा रहा था कि परिस्थितियों के हिसाब से टीम इंडिया टॉस के समय प्लेइंग XI में बदलाव कर सकती है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
उन्होंने कहा, ‘प्लेइंग इलेवन की जब घोषणा की गई थी, तब दो स्पिनर को रखना ठीक था। लेकिन बारिश के बात तेज गेंदबाजों के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई थीं, आप ने दो स्पिनर (रविंद्र जडेजा और आर अश्विन) इसलिए टीम में रखे क्योंकि वे दोनों बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। एक ही तेज गेंदबाज ऐसा था, तो बल्लेबाजी भी अच्छी कर लेता है और वह था शार्दुल ठाकुर, जो 15 सदस्यीय टीम में ही नहीं था।’ सरनदीप ने साथ ही कहा कि टीम इंडिया को ऐसे बल्लेबाजों की जरूरत है, जिनके आने से विराट कोहली और रोहित शर्मा के ऊपर से दबाव कुछ कम हो।