CCSU Exam 2021: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में यूजी रेगुलर-प्राइवेट अंतिम वर्ष और यूजी-पीजी अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं आठ जुलाई से आठ अगस्त तक चार पालियों में होंगी। बीएड फाइनल ईयर के पेपर 20 जुलाई से होंगे। विश्वविद्यालय सम सेमेस्टर की परीक्षाएं नहीं कराएगा। विषम सेमेस्टर के नंबरों के आधार पर सम सेमेस्टर में छात्रों को अंक देते हुए उन्हें अगले सेमेस्टर में प्रमोट किया जाएगा। रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार के अनुसार जल्द संशोधित परीक्षा कार्यक्रम वेबसाइट पर अपलोड हो जाएगा।
बीएड फाइनल के पेपर 20 से 29 जुलाई तक
विश्वविद्यालय में बीएड प्रथम वर्ष के पेपर नहीं होंगे। बीएड फाइनल ईयर 20 से 29 जुलाई तक होंगे। मेन बीएड के पेपर 27 और स्पेशल बीएड के 29 जुलाई तक चलेंगी।
एलएलबी-एलएलएम के पेपर पर बाद में निर्णय
विश्वविद्यालय में एललबी प्रथम, षष्टम, एलएलएम प्रथम एवं चतुर्थ और बीए-एलएलबी की दशम सेमेस्टर परीक्षाओं की तिथि और प्रारूप पर निर्णय बाद में होगा। ऐसे में लॉ कोर्स की परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय अलग से निर्देश जारी करेगा। जल्द होने जा रही परीक्षा समिति में विश्वविद्यालय इन पर निर्णय लेगा।
जो पेपर हो चुके वे दुबारा नहीं होंगे
विश्वविद्यालय के अनुसार दस अप्रैल को हो चुकी 001, 002, 003 विषय कोड की परीक्षाएं दुबारा नहीं होंगी। 12 अप्रैल को हुईं स्नातक द्वितीय वर्ष के पेपर कोड ए-बी-226, बी-256, बी-213, बी-220, बी-241, ए-201, आई-301 न्यू और स्नातक द्वितीय वर्ष में ही पेपर कोड ए-बी 326, बी-356, बी-313, बी-320, बी-341 एवं एस-301 में छात्रों को यह छूट रहेगी कि वे संबंधित प्रश्नपत्र में बचे हुए पेपर की परीक्षा में शामिल ना हों। छात्रों को 12 अप्रैल के पेपर के आधार पर ही दूसरे कोड में अंक दे दिए जाएंगे। लेकिन यदि छात्र चाहें तो वे बचे हुए पेपर कोड में शामिल हो सकते हैं। इस स्थिति में 12 अप्रैल की परीक्षा के आधार पर नंबर नहीं मिलेंगे बल्कि बचे हुए पेपर कोड के आधार पर उक्त प्रश्नपत्र के सभी प्रश्नपत्रों में अंक दिए जाएंगे।
जिनकी होगी परीक्षा केवल उसमें ही एक्स-बैक
विश्वविद्यालय के अनुसार जो परीक्षाएं होंगी, छात्रों को केवल उनके बैक एवं एक्स में बैठने की अनुमति होगी। बाकी परीक्षाओं की एक्स एवं बैक के लिए बाद में निर्णय होगा।
क्वालीफाइंग-फाउंडेशन में ऐसे मिलेंगे नंबर
विश्वविद्यालय के अनुसार पेपर कोड ए-001, ए-002, ए-003 शारीरिक शिक्षा में लिखित परीक्षा दस अप्रैल को हो चुकी है। इन पेपर में मिले नंबर ही शारीरिक शिक्षा के प्रैक्टिकल के अंक माने जाएंगे। प्रैक्टिकल नहीं होगा। विश्वविद्यालय के अनुसार चूंकि प्रथम वर्ष की परीक्षाएं नहीं हो रही हैं ऐसे में फाउंडेशन कोर्स ए-009 की परीक्षा नहीं होगी। प्रथम वर्ष में क्वालीफाइंग कोर्स ए-008 की परीक्षा केवल वही छात्र दे सकेंगे जिनका इन प्रश्नपत्रों में या तो बैक है अथवा किसी और कारण से अर्ह हैं। इन प्रश्न पत्रों की परीक्षाओं में प्रथम वर्ष के इसी वर्ष के छात्र शामिल नहीं हो पाएंगे।
द्वितीय वर्ष में फाउंडेशन के पेपर होंगे
विश्वविद्यालय के अनुसार द्वितीय वर्ष फाउंडेशन कोर्स में 011, 012, 013 (भाषा) और क्वालीफाइंग कोर्स ए-10 जनरल अवेयरनेस की परीक्षाएं होंगी। इन प्रश्नपत्रों की परीक्षाओं में द्वितीय वर्ष, बैक एवं एक्स के समस्त अर्ह छात्र शामिल हो सकेंगे।
इस तरह होंगी विश्वविद्यालय की परीक्षाएं
-अंतिम वर्ष और अंतिम सेमेस्टर के पेपर आठ जुलाई से आठ अगस्त तक। स्नातक प्रथम वर्ष में ऐसे छात्र जो 2019-20 की परीक्षा में बिना परीक्षा स्नातक द्वितीय वर्ष में प्रोन्नत हुए थे, उनके द्वितीय वर्ष के पेपर भी आठ जुलाई से आठ अगस्त तक होंगे।
-सभी कोर्स में केवल अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी। सम सेमेस्टर नहीं कराई जाएगी। छात्रों को विषम सेमेस्टर के आधार पर सम सेमेस्टर में नंबर दिए जाएंगे। विषम सेमेस्टर के पेपर दिसंबर में हो चुके हैं।
-लॉ को छोड़ ऐसे विषम सेमेस्टर जिनकी दिसंबर में सभी परीक्षा नहीं हुई थी अथवा कुछ विषयों के पेपर रह गए थे, उनके पेपर भी आठ जुलाई से आठ अगस्त के बीच होंगे।
-स्नातक कोर्स बीए, बीकॉम, बीएससी द्वितीय एवं फाइनल ईयर में छात्रों को प्रत्येक विषय में केवल एक पेपर कोड की परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा। छात्र अपनी सुविधानुसार प्रत्येक विषय में एक पेपर कोड की तैयारी करे।
-चार वर्षीय बीपीटी में द्वितीय वर्ष 2019-20 तथा 2020-21 में सीधे प्रवेशित (लेट्रल एंट्री) छात्रों को डिप्लोमा के आधार पर अंक देकर प्रोन्नत किया जाएगा।
-परीक्षा कक्ष में छात्र को एक विषय प्रश्न पत्र समूह का, उसकी इच्छा के आधार पर एक प्रश्न पत्र दिया जाएगा। छात्र जो पेपर देगा, उसकी आधार पर बाकी कोड में नंबर दिए जाएंगे।
-सभी पेपर डेढ़ घंटे के होंगे। वार्षिक प्रणाली में फाइनल ईयर के पेपर ऑब्जेक्टिव और बाकी वर्षों में सब्जेक्टिव होंगे।
-सम सेमेस्टर जून-2021 और सत्र 2020-21 सत्र की वार्षिक परीक्षाओं में कोई प्रैक्टिकल नहीं होगा। लिखित परीक्षा के आधार पर प्रैक्टिकल के अंक दिए जाएंगे।
-रेगुलर परीक्षाओं में वायवा केवल ऑनलाइन मोड में होंगे, जबकि प्राइवेट कोर्स में वायवा नहीं होंगे। इनमें लिखित परीक्षा के आधार पर वायवा के अंक मिलेंगे।