राजस्थान में कॉलेज व विश्वविद्यालयों के उन 20 लाख स्टूडेंट्स का इंतजार अब समाप्त होने वाला जो यह सोच रहे थे कि परीक्षाएं होगी या नहीं. अब कॉलेज व विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं जुलाई के अंत तक शुरू हो सकती है। परीक्षाओं को लेकर बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट पर उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा की।
गौरतलब है कि राज्य सरकार परीक्षाएं करने के पक्ष में लेकिन अभी कमेटी की ओर जो तीन विकल्प दिए गए थे उस पर मंथन किया जा रहा है. मीटिंग में इस बात पर भी जोर दिया गया कि एग्जाम देने वाले छात्रों को कम से कम वैक्सीन की एक डोज लगानी ही चाहिए। परीक्षाओं के संबंध में सरकार जल्द गाइडलाइन जारी कर सकती है।अब दो दिन बाद फिर से सीएम और उच्च शिक्षा मंत्री के बीच परीक्षाओं को लेकर मिटिंग होगी, जिसमें परीक्षाओं को लेकर अंतिम निर्णय हो सकता है।
गौरतलब है कि लॉ विवि के वीसी डॉ. देवस्वरूप की कमेटी ने 10 दिन पहले ही अपनी सिफारिश सरकार को सौंप दी थी। अभी भी 20 लाख छात्रों को सरकार के फैसले का इंतजार है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों 20 लाख छात्र हैं. फाइनल ईयर में 6.5 छात्र हैं। सबसे बड़ी राजस्थान यूनिवर्सिटी में यूजी, पीजी के 5.46 लाख छात्र हैं।
कमेटी ने परीक्षाओं को लेकर ये दिए थे विकल्प
गौरतलब है डॉ. देवस्वरूप की कमेटी ने 10 दिन पहले सरकार को जो रिपोर्ट सौंपी थी उसमें परीक्षाओं को लेकर तीन ऑप्शन दिए थे. जिसमें पहला सुझाव ऑफलाइन मोड परीक्षा करवाने का था। रिपोर्ट में दूसरा सुझाव एमपी और छत्तीसगढ़ के आधार पर ओपन बुक परीक्षा. वहीं अंतिम और तीसरा सुझाव ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने जाने का था लेकिन इसमें सबसे बड़ी बाधा यह कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में नेटवर्क कनेक्टिविटी और सुविधाओं का अभाव है।