कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से इस समय सरकार तैयारियों में जुटी है। लोगों से लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी मास्क पहनने और दो गज की दूरी बनाए रखने जैसी अपीलें की जा रही हैं। ऐसे में कानपुर के ‘गोल्डेन बाबा’ कहे जाने वाले मनोज सेंगर उर्फ मनोजानंद महराज सोने का मास्क धारण करके चर्चा में हैं। बाबा ने ये मास्क विधिवत पूजा-अर्चना के बाद धारण किया है। मास्क का वजन करीब 101 ग्राम और कीमत करीब पांच लाख रुपए बताई जा रही है। इस मास्क को शिव स्वर्ण मास्क के नाम से मुंबई के कारीगरों ने खास तौर पर बाबा के लिए डिजाइन किया है।
बाबा का दावा कि मास्क सेनेटाइजर जेल की कोटिंग भी है जो लगभग 2 साल तक कोरोना से बचाव करने के लिए सक्षम है। मंगलवार को गोल्डन बाबा ने वैदिक मंत्रोच्चारण कर इस शिव स्वर्ण कोरोना रक्षक मास्क को धारण किया। बाबा का कहना है कि यह एक कवच की तरह कोरोना से उनकी रक्षा करेगा। उनका कहना है कि सोने की कोई कीमत नहीं होती और जब उससे प्रभु का नाम जुड़ जाए तो वह अमूल्य होता है।
महाभारत सीरियल से लगा सोने का शौक
गोल्डेन बाबा को सोने का शौक महाभारत सीरियल से लगा। उन्होंने यह सीरियल देखने के बाद ढाई सौ ग्राम की 4 सोने की चेन बनवा कर पहन ली थी। धीरे-धीरे उनका यह शौक बढ़ता गया। इसके बाद उन्होंने सोने का शंख, मछली, हनुमान जी के लाकेट बनवा कर पहने। गोल्डेन बाबा अपने गले मे करीब दो किलो का सोना आज भी पहनते हैं। उनके पास कान के स्वर्ण कुंडल, रिवाल्वर की बट पर सोने का कवर और तीन सोने की बेल्ट भी हैं।
सुरक्षा के लिए साथ रहते हैं दो गनर
वर्षों से वह इसी तरह सोना पहन रहे हैं। सोने के इस शौक की वजह से गोल्डेन बाबा को कई बाद धमकियां भी मिल चुकी हैं। फिर भी उनका सोना प्रेम कम नहीं हुआ। उन्होंने सोना पहनना तो नहीं छोड़ा बल्कि अपने साथ दो गनर रख लिए।