हरियाणा पुलिस ने 42 वर्षीय व्यक्ति की मौत के मामले की छानबीन करने के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की है। व्यक्ति के परिवार का आरोप है कि बहादुरगढ़ में चार लोगों ने उसे आग के हवाले कर दिया था।
पुलिस ने पहले कहा था कि झज्जर जिले के कासरा गांव के मुकेश की गुरुवार को जलने की वजह से मौत हो गई थी और चार लोगों ने कथित रूप से उस पर कुछ पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी।
पीड़ित के भाई की तहरीर के मुताबिक, चारों आरोपी लोग दिल्ली के पास टीकरी बॉर्डर पर चल रहे का हिस्सा हैं। किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को झज्जर के पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की थी। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दुग्गल ने कहा कि हमने एक डीएसपी की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया है। सबूतों के आधार पर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि हत्या का मामला पहले ही दर्ज किया जा चुका है और जांच की जा रही है तथा अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने कहा कि दो आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।
रोहतक के सांसद ने की सीबीआई जांच की मांग
रोहतक से भाजपा सांसद अरविंद शर्मा ने मृतक के परिवार से मुलाकात थी। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों और गांव के सरपंच ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। शर्मा ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि मैं उनकी मांग का समर्थन करता हूं कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है, लेकिन जब सीबीआई जांच होगी तो तहकीकात का दायरा बढ़ जाएगा।
गुरुवार को पीड़ित परिवार के सदस्यों और कुछ ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर मृतक के परिजन के लिए मुआवजे की मांग की थी। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पहले कहा था कि व्यक्ति ने खुदकुशी की है। उसने हरियाणा सरकार पर आंदोलन को बदनाम करने का भी आरोप लगाया था।