बदलते परिवेश में हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप आजकल एक सामान्य समस्या बन गई है। इसके मुख्य कारण हैं हमारी डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ीं आदतें। क्या आप जानते हैं कि हाइपरटेंशन का असर पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर भी पड़ता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि प्रजनन आयु वर्ग के कोई 700 मिलियन लोग इससे प्रभावित हैं। डॉ. गौतम बंगा (रीकंस्ट्रक्टिव यूरोलॉजिस्ट एंड एंड्रोलॉजिस्ट) के मुताबिक हाइपरटेंशन से हृदय, मस्तिष्क, किडनी और आंखें प्रभावित होती हैं। यह मेटाबोलिक सिनड्रोम का ऐसा हिस्सा है जिसे अलग नहीं किया जा सकता है और इसमें मोटापा, डायबिटीज मेलिटस और डिस्लिपिडीमिया है। ऐसे में हाइपरटेंशन पुरुषों की क्षमता पर क्या असर डालती है, इसे समझने से पहले पुरुषों की प्रजनन शक्ति के बारे में जानना बेहद जरूरी है।
पुरुष की प्रजनन शक्ति क्या है?
पुरुष में प्रजनन क्षमता न होना एक ऐसी स्थिति है, जो कम शुक्राणु कम बनने, उसके असामान्य काम काज या ब्लॉकेज है। इससे शुक्राणु का वितरण रुकता है और इस कारण दंपत्ति नियमित, असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बावजूद गर्भ धारण में सफलता नहीं पाते हैं। इसका कारण चोट लगना, स्वास्थ्य संबंधी पुरानी समस्या, जीवन शैली के विकल्पों या कुछ और हो सकता है। पुरुष में प्रजनन क्षमता नहीं होना सिर्फ पुरुष से संबंधित नहीं है। पुरुष और महिलाएं दोनों समान रूप से इस समस्या से प्रभावित हो सकते है।
पुरुषों में हाइपरटेंशन का प्रभाव
जोखिम वाले कुछ कारण ऐसे हैं जिन्हें पुरुषों में उच्च रक्तचाप और प्रजनन से संबंधित मुद्दों से जोड़ा गया है। यह आमतौर पर मधुमेह मेलिटस, डिस्लिपिडीमिया, मोटापा, और इंसुलिन प्रतिरोध जैसे अन्य मेटाबोलिक कोमोर्बिडिटीज से संबद्ध होता है। उच्च रक्तचाप पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण हो सकता है। यह कार्डियोवस्कुलर बीमारी की शुरुआती चेतावनी हो सकता है। हाइपर टेंशन के कारण इरेक्टाइल डिसफंक्शन और इस कारण स्वाभाविक तौर पर गर्भधारण की कोशिश करना मुश्किल हो सकता है। असल में इसे हृदय रोग की पूर्व चेतावनी माना जा सकता है और यह (5-7 साल) में हार्ट अटैक का बड़ा कारण हो सकता है।
पुरुष प्रजननशक्ति से जुड़ी समस्याएं
• स्खलन में कठिनाई
• स्खलित तरल की मात्रा में कमी
• यौन इच्छा में कमी
• लिंग में कसाव लाने और बनाए रखने में समस्या
• लिंग के नीचे दर्द या सूजन
• सांस संबंधित संक्रमण
• असामान्य रूप से स्तन का विकास
• चेहरे या शरीर के बालों में कमी
• स्पर्म काउंट सामान्य से कम
पुरुष प्रजननशक्ति का पता कैसे लगता है?
पुरुषों में प्रजनन शक्ति कम होने के बहुत से कारण हैं। इसका सही कारण जानने के लिए कई परीक्षणों की आवश्यकता होती है। इन परीक्षणों में हार्मोनल परीक्षण, आनुवंशिक परीक्षण, टेस्टीकुलर (वृषण) बायोप्सी (इस परीक्षण में सुई के जरिए अंडकोष से नमूना लेना शामिल है), शुक्राणु कार्य परीक्षण (यह जांचने के लिए कई तरह के परीक्षणों का उपयोग किया जा सकता है कि स्खलन के बाद आपका शुक्राणु कितनी अच्छी तरह जीवित रहता है, वे अंडे में कितनी अच्छी तरह प्रवेश कर सकते हैं, और क्या अंडे से जुड़ी कोई समस्या है) शामिल हैं। बच्चा नहीं पैदा कर पाने वाले जोड़ों में कई कारण हो सकते हैं। इसलिए, संभावना है कि दोनों को डॉक्टर से मिलने की आवश्यकता होगी। बच्चा नहीं होने का कारण पता करने के लिए कुछ परीक्षण करने पड़ सकते हैं। कुछ मामलों में कारण का पता कभी नहीं चलता है।
आनुवांशिक कारण और बचपन की आदतें
इसमें आपके जननांगों की जांच करना और माता-पिता से मिली स्थितियों, प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकने वाली स्वास्थ्य समस्याओं, बीमारियों, जख्मों या सर्जरी के बारे में सवाल पूछना शामिल है। आपका एंड्रोलॉजिस्ट आपकी यौन आदतों और किशोरावस्था के दौरान आपके यौन विकास के बारे में भी पूछ सकता है।
ऐसे करा सकते हैं जांच
वीर्य के नमूने भिन्न तरीकों से प्राप्त किए जा सकते हैं। आप डॉक्टर के क्लिनिक में एक विशेष कंटेनर में हस्तमैथुन और स्खलन करके एक नमूना प्रदान कर सकते हैं। धार्मिक या सांस्कृतिक मान्यताओं के कारण, कुछ लोग वीर्य संग्रह की एक वैकल्पिक विधि पसंद करते हैं। ऐसे में संभोग के दौरान विशेष कंडोम का इस्तेमाल कर वीर्य एकत्र किया जा सकता है।
कैसे बढ़ाएं पुरुष प्रजनन शक्ति
• मानसिक तनाव कम करने योग, ध्यान और मसाज ट्रीटमेंट कराएं।
• खुद को एक्सप्रेस करने की कोशिश करें। अपराध या क्रोध की भावनाओं को रोकने की बजाय दूसरों तक पहुंचें।
• प्रियजनों के संपर्क में रहने की कोशिश करें। अपने पार्टनर, परिवार और दोस्तों से बात करना मददगार हो सकता है।
कब लें डॉक्टर से सलाह
अगर एक साल तक अक्सर असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बाद भी गर्भ धारण नहीं हो रहा है तो एंड्रोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा पुरुष प्रजननशक्ति में कमी का कोई भी लक्षण इसका कारण हो सकता है।