एंटीगुआ और बारबुडा से हाल में फरार हुए भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को पड़ोस के डोमिनिका में पकड़ लिया गया। उसके खिलाफ इंटरपोल ने येलो नोटिस जारी किया था। स्थानीय मीडिया की खबरों में बुधवार को इस बारे में बताया गया। एंटीगुआ और बारबुडा द्वारा इंटरपोल का ‘यलो नोटिस जारी किये जाने के बाद डोमिनिका में पुलिस ने मंगलवार रात (स्थानीय समयानुसार) चोकसी को पकड़ लिया।
खबरों में बताया गया है कि उसे एंटीगुआ और बारबुडा की रॉयल पुलिस फोर्स को सौंपने की कवायद चल रही है। ‘एंटीगुआ न्यूज रूम के मुताबिक, चोकसी एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता लेने के बाद 2018 से वहां रह रहा है। लापता लोगों की तलाश के लिए इंटरपोल यलो नोटिस जारी करता है।
आखिरी बार रविवार को देखा गया था
पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ रुपए की कर्ज जालसाजी मामले में चोकसी वांछित है और उसे आखिरी बार रविवार को एंटीगुआ और बारबुडा में अपनी कार में भोजन करने के लिए जाते हुए देखा गया था। चोकसी की कार मिलने के बाद उसके कर्मचारियों ने लापता होने की सूचना दी। चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने पुष्टि की थी कि चोकसी रविवार से लापता था।
एंटीगुआ की संसद में उठा चोकसी के फरार होने के मुद्दा
एंटीगुआ और बारबुडा की संसद में विपक्ष द्वारा मामला उठाए जाने के बाद कैरेबियाई द्वीपीय देश में चोकसी के लापता होने को लेकर हंगामा मच गया। विपक्ष के सवाल पर प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा था कि उनकी सरकार चोकसी का पता लगाने के लिए भारत सरकार, पड़ोसी देशों और अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है।
13500 करोड़ रुपए की जालसाजी का आरोप
चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक से कथित तौर पर 13500 करोड़ रुपए की जालसाजी की। नीरव मोदी लंदन में जेल में है और अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ मुकदमा लड़ रहा है। चोकसी ने निवेश द्वारा नागरिकता प्राप्त करने के कार्यक्रम का इस्तेमाल करते हुए 2017 में एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी और जनवरी 2018 के पहले सप्ताह में भारत से फरार होकर वहां चला गया था। बैंक से जालसाजी का मामला बाद में सामने आया था। चोकसी और नीरव दोनों सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं।
एंटीगुआ के पीएम बोले- हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे
चोकसी के पकड़े जाने के बाद एंटीगुआ के पीएम गैस्टन ब्राउन ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा है कि डोमिनिका चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए सहमत हो गई है। हम उसे वापस स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने द्वीप को छोड़कर एक बड़ी गलती की है। डोमिनिकन सरकार और कानून प्रवर्तन सहयोग कर रहे हैं और हमने भारत सरकार को उसे भारत वापस लाने के लिए सूचित किया है।