Holi precautions before and after holi: होली में मन उल्लास से भरा रहता है तो शरीर पर रंगों की बौछार पड़ती है। इससे कई बार सेहत भी बिगड़ जाती है। ऐसे में खासकर होली के दिन और उसके बाद क्या उपाय करें, इसकी जानकारी दे रही हैं श्रुति गोयल
रंगों के इस उत्सव में आपकी त्वचा और सेहत का रंग न बिगड़ जाए, इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। ऐसे में खासकर होली के दिन और होली के बाद यानी अगले दिन क्या-क्या करें, ये जानना जरूरी है।
होली के दिन-
होली वाला दिन मौज-मस्ती और धूम मचाने वाला होता है, लेकिन बाद में कई बार रंग छुड़ाना मुश्किल हो जाता है। कुछ बातों का ध्यान रखकर इस समस्या को आसान किया जा सकता है।
-होली खेलने के लिए त्वचा के अनुकूल हर्बल और ऑर्गेनिक रंगों का इस्तेमाल करें, ताकि होली के रंग में भंग न पड़े।
-होली खेलने जाने से पहले अपनी खुली त्वचा पर कम-से-कम 30 एसपीएफ वाली सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। खासकर चेहरे, गर्दन, कान के पीछे, नाक और होंठों के आसपास इसका ठीक से इस्तेमाल करें।
-होंठों की सुरक्षा के लिए त्वचा के अनुकूल अच्छी गुणवत्ता वाली लिपबाम का उपयोग कर सकते हैं।
-होली के समय आंखों और उसके आसपास के हिस्से को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। होली खेलते समय कॉन्टेक्ट लेंस पहनने से बचें और आंखों पर मेकअप न करें। होली खेलने से पहले आंखों के आसपास जैतून का तेल अच्छी तरह से लगा लें। इससे रंग आसानी से छूट जाएगा।
-पूरे शरीर पर बेबी ऑयल, जैतून का तेल, मेडिकल मॉइस्चराइजर या गोले का तेल लगाएं। इस दिन सरसों के तेल का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे धूप में फोटो सिन्थेसिस प्रक्रिया से त्वचा में रिएक्शन की आश्ंाका रहती है।
-होली खेलने के दौरान बीच-बीच में साफ पानी से शरीर के बिना ढके हिस्सों जैसे चेहरे, हाथ आदि को साफ पानी से धोते रहें।
-होली के समय बालों में जैतून का तेल, नारियल का तेल अथवा बेबी ऑयल लगाएं।
होली के बाद-
त्वचा और बालों की देखभाल होली खेलने तक ही सीमित नहीं रहती। असल में तो होली के बाद ही इन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। यह बात और है कि पहले से बरती सावधानियों से होली खेलने के बाद इनकी देखभाल की मेहनत काफी कम हो जाती है।
-होली खेलने के बाद सबसे पहले सूखे रंग झाड़ लें। उसके बाद गुनगुने पानी से नहाएं। ध्यान रखें कि पानी हल्का गुनगुना हो, अन्यथा अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
-रंग छुड़ाने के लिए डिटर्जेंट युक्त पदार्थों का उपयोग न करें, बल्कि मॉइस्चराइजर आधारित चीजों को ही अपनाएं।
-तेज रंग अपने आप एक-दो दिन में छूट जाएंगे। ऐसे रंगों को हटाने के लिए लूफा /प्यूमिक स्टोन या स्क्रब का इस्तेमाल नकरें, क्योंकि स्क्रबिंग यानी रगड़ने से त्वचा खराब होती है और इससे त्वचा पर लालिमा, जलन, खुजली, चकत्ते आदि हो जाते हैं।
-बालों के लिए भी हार्ड केमिकल शैम्पू का प्रयोग न करें। इससे वे और खराब होंगे। हल्के शैम्पू का उपयोग करें, सिर भी कोमलता से धोएं और बालों के लिए कंडीशनर का भी इस्तेमाल करें।
-नहाने के बाद त्वचा को थपथपा कर पोछें।
-नहाने के बाद त्वचा में ज्यादा से ज्यादा मॉइस्चराइजर लागाएं और अच्छी सनस्क्रीन का उपयोग करें।
-यदि त्वचा में कहीं एलर्जी का आभास हो, तो उसे धोकर उस जगह पर लैक्टो कैलेमाइन युक्त लोशन लगाएं और डॉक्टर से जल्दी संपर्क करें।