पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार में मंत्री फिरहाद हाकिम ने सोमवार को दावा किया है कि सीबीआई ने उन्हें नारदा घोटाले के केस में हिरासत में ले लिया है। हालांकि एजेंसी ने उनके दावे को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया है बल्कि पूछताछ की गई है। इससे पहले राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने एजेंसी को फिरहाद हाकिम समेत सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी के खिलाफ केस दर्ज किए जाने को मंजूरी दी थी। इससे पहले फिरहाद हाकिम ने अपना बचाव करते हुए कहा था कि भरोसा है कि उन्हें क्लीन चिट मिलेगी।
फिरहाद हाकिम ने कहा था, ‘मैं न्यायापालिका पर विश्वास करता हूं। मुझे भरोसा है कि क्लीन चिट मिलेगी। यह अच्छी बात है कि यह मामला अदालत में जाए। मैं वहां अपना पक्ष रखूंगा और अदालत की ओर से न्याय किया जाएगा।’ नारदा घोटाले का मामला 2014 में सामने आया था, जब पत्रकार मैथ्यू सैमुएल ने कोलकाता में एक स्टिंग ऑपरेशन किया था। उस स्टिंग ऑपरेशन के बाद ही नारदा स्कैम उजागर हुआ था। इस वीडियो में टीएमसी के कई मंत्री रकम लेते हुए दिखे थे।
इसके अलावा एक पुलिस अफसर में घूस की रकम लेते हुए दिखा था। सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक गवर्नर जगदीप धनखड़ से ममता सरकार के 4 मंत्रियों के खिलाफ एंटी करप्शन ऐक्ट की धारा सेक्शन के तहत चार्जशीट दायर करने की मांग की गई थी। अंत में जगदीप धनखड़ की ओर से इसकी अनुमति दे दी गई है|