प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में बांग्लादेश में कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी समूह के एक वरिष्ठ नेता को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार हुए नेता का नाम शाहजहाँ चौधरी है जो पहले एक विधायक भी रह चुके हैं। इन्हें शनिवार को चट्टोग्राम के हाथजारी इलाके से गिरफ्तार किया गया था और बाद में चटगांव कोर्ट के वरिष्ठ न्यायिक मजिस्ट्रेट शहरयार इकबाल ने इन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, “पुलिस ने कल (शनिवार) जमात नेता और पूर्व सांसद शाहजहां चौधरी को (दक्षिणपूर्वी) चट्टोग्राम में गिरफ्तार किया और हिरासत में उनसे पूछताछ करने के लिए अदालत से आदेश प्राप्त किया।”
उन्होंने कहा कि पिछले बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेतृत्व वाले चार-पक्षीय गठबंधन के दौरान संसद के लिए चुने गए शाहजहां चौधरी जो जमात के महत्वपूर्ण सहयोगी थे, उन पर पर 26 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे के दौरान हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया गया था।
ढाका ट्रिब्यून में छपी खबर के मुताबकि, चटगांव जिला पुलिस प्रमुख ने कहा, “हमारे पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि 26 और 27 मार्च को होने वाली हिंसा और बर्बरता में शाहजहां शामिल थे। उन्हें हथज़री पुलिस स्टेशन में दर्ज मामलों के तहत गिरफ्तार किया गया था।”
26 मार्च को, चटगांव में हेफ़ाज़त समर्थकों, पुलिस और सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़पों में कुछ लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे। पीएम मोदी तब बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती और राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जन्म के सौ साल पूरे होने के समारोह में शामिल होने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर ढाका में थे।