बॉलीवुड फिल्म पीपली लाइव का गाना खूब मशहूर हुआ. सखी सइयां तो खूबई कमात हैं, महंगाई डायन खाये जात है… पाकिस्तान में तो महंगाई डायन का कहर इस कदर बरपा है कि पहले रसोई से आटा गायब हुआ, फिर बिस्कुट नमकीन गायब हुए और अब चाय, दूध, चिकन तक लेना मुश्किल होता जा रहा है. हर रोज महंगाई एक नया रिकॉर्ड कायम कर रही है. पाकिस्तान के बंदरगाहों में सामान पहुंच चुका है मगर सरकार के पास पैसे नहीं है कि इसको छुड़ा सके. यहां पर दूध के दाम 210 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गए हैं. कई जगहों पर इससे भी ज्यादा दाम में दूध मिल रहा है. चाय की पत्ती 2500 रुपये किलो बिक रही है।
गंभीर आर्थिक संकट के बीच पाकिस्तान IMF से भीख मांग रहा है. ताकि वो महंगाई पर काबू पा सके लेकिन आईएमएफ की शर्ते इतनी सख्त हो गई हैं कि अब पाकिस्तान को लोन तो मिलना मुश्किल हो गया है. उपभोक्ताओं को दूध और चिकन सहित दैनिक उपयोग की वस्तुओं के लिए गंभीर कीमतों का सामना करना पड़ रहा है. डॉन ने बताया कि खुले दूध की कीमतें 190 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 210 रुपये प्रति लीटर कर दी गई हैं. पिछले दो दिनों में ब्वायलर चिकन में 30-40 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि देखी गई है. जिसके अब इसकी कीमत 480-500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
पाकिस्तान में महंगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
चिकन मांस अब PKR 700-780 प्रति किलोग्राम पर बेचा जा रहा है जो पहले PKR 620-650 प्रति किलोग्राम था. रिपोर्ट में कहा गया है कि बोनलेस मीट की कीमत 1,000-1,100 रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई है. पाकिस्तान अखबार डॉन की एक रिपोर्ट में बताया गया कि दूध की कीमतों पर पर महंगाई का खास असर है. कराची मिल्क रिटेलर्स एसोसिएशन ने बताया कि 1,000 से अधिक दुकानदार दूध की कीमतों को बढ़ा कर बेच रहे हैं. ये वास्तव में थोक विक्रेताओं/डेयरी किसानों की दुकानें हैं न कि हमारे सदस्यों की।
700 रुपये प्रति किलो बिक रहा है चिकन
उन्होंने आगे कहा कि अगर डेयरी किसानों और थोक विक्रेताओं ने दूध के दामों में बढ़ी हुई कीमतें वापस नहीं की तो ये 210 रुपये के बजाय 220 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर हो जाएगी. इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि सिंध पोल्ट्री होलसेलर्स एसोसिएशन के महासचिव कमाल अख्तर सिद्दीकी ने कहा कि जीवित पक्षी की थोक दर 600 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि मांस की दर 650 रुपये और 700 रुपये के बीच है।