दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार अब मीडिया कर्मियों को कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए व्यापक अभियान चलाएगी। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि मीडिया समूहों के ऑफिसों में वैक्सीनेशन कैंप लगाए जाएंगे और इस पर होने वाला खर्च सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार मीडिया समूहों से उनके कर्मचारियों के बारे में जानकारी लेगी और इसके बाद स्वास्थ्य विभाग आगे कदम उठाएगा।
दिल्ली सरकार ने मीडिया कर्मियों के टीकाकरण के संदर्भ में यह कदम उस वक्त उठाया, जब लोग टीकाकरण के लिए समय की बुकिंग को लेकर मुश्किल का सामना कर रहे हैं।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने गुरुवार को केंद्र और राज्य सरकारों से एक बार फिर आग्रह किया था कि पत्रकारों को भी ‘कोरोना योद्धा की श्रेणी में शामिल किया जाए और उनको बीमा की सुविधा भी दी जाए।
प्रेस काउंसिल ने ओडिशा, बिहार और मध्य प्रदेश की सरकारों की सराहना की जिन्होंने पत्रकारों को ‘फ्रंटलाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल करने और वित्तीय मदद देने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश की सरकार ने भी पांच मई को घोषणा की थी कि पत्रकारों और उनके परिवारों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जाएगी।
किसी भी मरीज के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होनी चाहिए : केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों से कहा है कि अब ऑक्सीजन की आपूर्ति सुधरी है और संक्रमित मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन की कमी नहीं होनी चाहिए। राजधानी में कोविड-19 की स्थिति पर बैठक के दौरान केजरीवाल ने जिलाधिकारियों को ऑक्सीजन सुविधा से युक्त बेड्स की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया ताकि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत न हो।
केजरीवाल ने कहा कि तीन महीने के भीतर सभी योग्य लोगों के टीकाकरण का प्रयास होना चाहिए। उन्होंने जिलाधिकारियों को तैयारियों की समीक्षा के लिए टीकाकरण केंद्रों का भी औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
दिल्ली सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि जिलाधिकारियों द्वारा राजधानी में होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मरीजों को कुल 1,406 ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराए गए।
दिल्ली सरकार के ताजा स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, 50,425 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। शहर में उपचाराधीन मामलों की संख्या 91,035 है और 50,785 कंटेनमेंट जोन हैं।