मुकेस अंबानी के घर के बाहर मिली संदिग्ध कार से जुड़े एंटीलिया केस की जांच कर रही एनआईए ने एक और एक्शन लिया है। एनआईए के अधिकारी ने कहा कि मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सुनील मने को एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि इससे पहले एनआईए इसी मामले में सचिन वाझे और रियाज काजी को भी गिरफ्तार कर चुकी है।
पीटीआई के मुताबिक, अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील मने को गुरुवार अंबानी केस और मनसुख हिरेन मर्डर केस में संदिग्ध भूमिका के चलते पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि सुनील को आज दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा और एनआईए कस्टडी की मांग करेगी। इससे पहले इस केंद्रीय एजेंसी चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें मुंबई पुलिस के दो अधिकारी सचिन वाझे और रियाज काजी भी शामिल हैं।
बीते दिनों मुंबई की एक अदालत ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के बाहर विस्फोटक सामग्री के साथ एसयूवी मिलने और इसके बाद ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरन की मौत होने के मामले में पुलिस अधिकारी रियाज काजी को 23 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के सहयोगी रहे काजी को 11 अप्रैल को गिरफ्तार किया था।
अंबानी के घर के बाहर एसयूवी मिलने के बाद पांच मार्च को ठाणे में हिरन का शव मिला था। इस एसयूवी से विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद की गई थी। एनआईए ने इस मामले की जांच के संबंध में वाजे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी ने पूर्व पुलिसकर्मी विनायक शिंदे और क्रिकेट सटोरिए नरेश गोर को भी गिरफ्तार किया था। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।