असम में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। असम में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के अध्यक्ष हग्रमा मोहिलिरे ने भाजपा गठबंधन से अलग होने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने यह ऐलान किया कि असम में बीपीएफ अब कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। इसके नेता हग्रमा मोहिलिरे ने सोशल मीडिया पर भाजपा गठबंधन से अलग होने की जानकारी दी। असम में 27 मार्च से 6 अप्रैल के बीच तीन चरणों में चुनाव होंगे।
महाजठ गठबंधन में शामिल होंगे
मोहिलिरे ने शनिवार शाम सोशल मीडिया पोस्ट में कहा- विकास, शांति और एकता के लिए स्थिर सरकार जरूरी है। हम भ्रष्टाचार को भी खत्म करना चाहते हैं। इसलिए बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने महाजठ गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया है। अब हम भाजपा से किसी तरह की दोस्ती नहीं रखना चाहते। आने वाला चुनाव हम महाजठ गठबंधन के साथ मिलकर लड़ेंगे। बीपीएफ का गठन 2005 में हुआ था। कोकराझार जिले में इसका प्रभाव है। पिछले चुनाव में यह पार्टी भाजपा के साथ मिलकर लड़ी थी और तब इसने 126 सदस्यीय विधानसभा में 12 सीटें हासिल की थीं।
कांग्रेस गठबंधन का विस्तार
कांग्रेस ने पहले एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन बनाया था। इसमें सीपीआई, सीपीआई(एम), सीपीआई(एमएल) और एजीएम थे। अब इसमें बीपीएफ और राजद भी शामिल हो गए हैं।
ओपिनियन पोल क्या कहते हैं
न्यूज चैनल एबीपी और सर्वे एजेंसी सी-वोटर के ओपिनियन पोल में असम में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनती दिख रही है। पोल के मुताबिक, भाजपा गठबंधन को 42 फीसदी मत मिलने का अनुमान लगाया गया है, वहीं कांग्रेस गठबंधन को 31 फीसदी मत हासिल हो सकते हैं। जबकि अन्य के खाते में 27 फीसदी वोट जा सकते हैं। ओपिनियन पोल के मुताबिक, भाजपा गठबंधन को 68-76 के बीच में सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस के अगुवाई वाले गठबंधन को 43-51 सीटें और अन्य को 5-10 सीटें मिलने का अनुमान है।