पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शुक्रवार (24 को कहा कि पाकिस्तान इस साल होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में इस्लामाबाद की भागीदारी पर कोई भी निर्णय लेने से पहले भारत के निमंत्रण का इंतजार करेगा।
नई दिल्ली में 16 जनवरी को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि भारत एससीओ की वार्षिक बैठक के लिए अन्य नेताओं के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आमंत्रित करेगा।
पहली बार भारत एससीओ की इस बैठक की मेजबानी करेगा। नई दिल्ली में आयोजित एससीओ शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान की भागीदारी के बारे में पूछे जाने पर कुरैशी ने संवाददाताओं से कहा, “हमें निमंत्रण का इंतजार करना होगा।”
वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तान की सरकार ने ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ को मनाए जाने के तहत एक हफ्ते से अधिक दिनों का एक अभियान शुरू करने का ऐलान किया है। पाकिस्तान में पांच फरवरी को ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ मनाया जाता है। इस दिन देश में सार्वजनिक अवकाश रहता है।
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पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने विदेश मंत्रालय में एक प्रेस कांफ्रेंस में इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस अभियान में ‘कश्मीर के मुद्दे’ को देश और विदेश में उठाया जाएगा।
कुरैशी ने कहा कि इसकी शुरुआत 25 जनवरी से हो जाएगी और यह पांच फरवरी को ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य लोगों, विशेषकर युवाओं को ‘कश्मीरियों के संघर्ष’ के बारे में बताना है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान का समापन पांच फरवरी को ‘आजाद कश्मीर’ (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के मुजफ्फराबाद स्थित विधानसभा में प्रधानमंत्री इमरान खान के संबोधन के साथ होगा। इसकी शुरुआत 25 जनवरी को मीडिया मुहिम के साथ होगी। 27 जनवरी को इस्लामाबाद के नेशनल कौंसिल ऑफ आर्ट्स में सांस्कृतिक शो होगा।