भारतीय क्रिकेट टीम 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत पाई है। ऐसे में पूर्व पाकिस्तान पेसर शोएब अख्तर का मानना है कि विराट कोहली की टीम को मध्यक्रम में मैच विजेताओं की जरूरत है। उन्होंने कहा, ”टूर्नामेंट जीतना अलग बात है और शीर्ष पर बने रहना अलग। भारत अब भी टेस्ट क्रिकेट की नंबर एक टीम है और सीमित ओवरों में भी शीर्ष टीमों में शामिल है। इसलिए केवल आईसीसी टूर्नामेंटों में प्रदर्शन के आधार पर हमें आकलन नहीं करना चाहिए।”
शोएब अख्तर ने कहा, ”निश्चित तौर पर उन्हें आईसीसी प्रतियोगिताएं जीतनी चाहिए। जब चोटी के चार बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो वे अमूमन जीत हासिल करते हैं लेकिन ऐसा नहीं होने पर उनकी स्थिति बिगड़ जाती है। उन्हें मध्यक्रम में युवराज (सिंह) और महेंद्र सिंह धोनी जैसे मैच विजेता चाहिए।”
अख्तर ने कहा, टीम का खिताब जीतना और टॉप पर बने रहना दो अलग बातें हैं। उन्होंने कहा, ”जब हमने 1998 में भारत का दौरा किया तो हम यही सोच रहे थे कि भारत के टॉप आर्डर को आउट करके हम मैच जीत सकते हैं। उस समय न युवराज सिंह थे और ना ही महेंद्र सिंह धोनी।
उन्होंने कहा, उन्हें कोरोना वायरस के चलते अगले छह से आठ महीने कोई क्रिकेट दिखाई नहीं पड़ता। लेकिन यदि भारत का ऑस्ट्रेलियाई दौरा होता है तो वह बहुत कठिन होगा। पिछले साल शुरू में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती थी। लेकिन इस बार स्टीव स्मिथ की मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया एक अलग टीम होगी। उन्होंने कहा, ”न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज हारने के बाद भी मुझे लगता है कि टीम इंडिया बहुत बहुत अच्छी टीम है। लेकिन उन्होंने हाल फिलहाल किसी भी सीरीज की संभावना से इनकार किया।”
इसके साथ ही गेंदबाज शोएब अख्तर का कहना है कि महेंद्र सिंह धोनी को आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2019 के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था। पता नहीं, वह अपने संन्यास को इतना लंबा क्यों खींच रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि 38 साल के धोनी कि विदाई शानदार होगी। उन्होंने क्रिकेट की गौरवमीय सेवा की है और उन्हें उसी सम्मान के साथ क्रिकेट से विदा हो जाना चाहिए।
अख्तर ने कहा, यदि मैं उनके स्थान पर होता तो मैं कब का संन्यास ले चुका होता। 2011 वर्ल्ड कप के बाद मैं तीन चार साल क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मैट में खेल सकता था। लेकिन मैंने संन्यास ले लिया। वह क्यों इसे इतना लंबा खींच रहे हैं। अख्तर का मानना है कि यदि आईपीएल होता और वह अच्छा परफॉर्म करते तो संभव है ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में खेल लेते, लेकिन कोरोना वायरस के चलते सभी खेल गतिविधियां स्थगित हो गई हैं।