मानहानि मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सूरत कोर्ट से 2 साल की सजा सुनाए जाने को लेकर पार्टी लगातार निंदा कर रही है. इस बीच राहुल गांधी प्रकरण और अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग को लेकर कांग्रेस की अगुवाई में 14 विपक्षी दलों की ओर से आज शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ऐसा चलता रहा तो देश में एक दिन तानाशाही आ जाएगी।
विजय चौक पर विपक्षी सांसदों की ओर से मार्च किया जा रहा है. इस बीच दिल्ली पुलिस ने विजय चौक पर ऐलान किया कि प्रदर्शन कर रहे विपक्षी सांसद आगे मार्च न करें क्योंकि क्षेत्र में धारा-144 CRPC लगा दी गई है. यहां पर किसी को भी प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है. विपक्षी सांसद अडानी समूह के मामले में जेपीसी जांच की मांग भी कर रहे हैं।
सरकार कुछ सुनना नहीं चाहतीः खरगे
प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जनता का पैसा निकालकर लोन दे दिया गया. लेकिन उनका (अडानी ग्रुप) की संपत्ति को लेकर कोई जानकारी हासिल नहीं की गई. आज एलआईसी भी कमजोर हो रहा है, बैंक लगातार कमजोर होते रहे हैं. इस मसले पर हम जेपीसी जांच चाहते हैं, लेकिन सरकार कुछ सुनना ही नहीं चाहती।
राहुल गांधी के बारे में खरगे ने कहा, “राहुल सच बोल रहे हैं, उन्होंने संसद में अडानी से जुड़ा मामला रखा. तो क्या ये गलत चीज है? आज भी राहुल गांधी को बोलने नहीं दिया जा रहा. लोकतंत्र को खत्म करने का काम किया जा रहा है. यही हाल रहा तो देश में एक दिन तानाशाही आ जाएगी।
इस बीच दिल्ली में कांग्रेस हेड क्वार्टर के बाहर भारी सुरक्षा के बीच पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि मामले में सजा सुनाए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
सूरत कोर्ट का फैसला आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई गई. बैठक के बाद रमेश ने जानकारी दी कि करीब 50 सांसदों समेत कई वरिष्ठ नेताओं के बीच इस मसले पर चर्चा की गई. इस बीच आज दिन में संसद में विपक्ष के नेताओं की बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता सांसद मल्लिकार्जुन खरगे में ऑफिस में हुई।
राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात का समय मांगा
इससे पहले राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ ही इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिए कांग्रेस ने विपक्षी दलों को साथ लेने और आम जनता के बीच उतरने का फैसला लिया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि पार्टी ने अपने और कई अन्य विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने का समय मांगा गया है।
साथ ही कांग्रेस मसले को आक्रामक तरीके से पेश करेगी. कांग्रेस आज शाम 5 कांग्रेस अध्यक्ष, सभी प्रदेश अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं की बैठक होगी. बैठक में राज्यों में होने वाले कार्यक्रमों को लेकर चर्चा होगी।