बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी की फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे रिलीज हो गई है और इस मूवी को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं. ये मूवी सागरिका भट्टाचार्य की रियल लाइफ इंसिडेंट पर बेस्ड है. फिल्म के रिलीज के बाद अब नॉर्वे एम्बेसी की तरफ से इसपर सफाई आई है. इसमें उन्होंने अपने देश के लॉ और कल्चर को डिफेंड किया है और स्टेटमेंट जारी किया है. इसपर सागरिका भट्टाचार्य का रिएक्शन भी आ गया है।
एम्बेसी की तरफ से कहा गया कि- फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे एक फिक्शन है और एक एक्चुअल केस पर आधारित है. इस केस को एक दशक पहले ही इंडियन अथॉरिटीज के साथ मिलकर और पूरी सहमति के साथ सॉल्व कर लिया गया है. अपने बच्चों के बचाव और प्राइवसी के हक के लिए सरकार कुछ मामलों पर कमेंट नहीं करती है लेकिन कुछ जनरल फैक्ट्स ऐसे हैं जिन्हें सही किया जा सकता है।
आगे एम्बेसी की तरफ से कहा गया- बच्चों को किसी भी सांस्कारिक भेदभाव के आधार पर किसी पेरेंट्स से नहीं छीना जा सकता. अपने बच्चों को हाथ से खाना खिलाना और उनके साथ सोना किसी भी तरह से गलत नहीं है. ये तो नॉर्वे में भी कॉमन है।
महिला ने साझा किया दर्द
अब नॉर्वे एम्बेसी के इस स्टेटमेंट पर रियल लाइफ में पीड़ा झेलने वाली सागरिका भट्टाचार्य का भी रिएक्शन आया है और उन्होंने निराशा जताई है. उन्होंने एक वीडियो के जरिए नॉर्वे एम्बेसी के बयान को गलत ठहराया है और अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा- मैं नॉर्वे एम्बेसी द्वारा दिए गए स्टेटमेंट की नंदा करती हूं. उन्होंने मेरे केस पर इतना कुछ बोल दिया और इस बारे में मुझसे कुछ पूछा भी नहीं. पिछले एक दशक से मैं सारी दुनिया के सामने अपने बच्चों की परवरिश अकेले अच्छी तरह से कर रही हूं. सारी दुनिया देख रही है. लेकिन नॉर्वे की सरकार झूठ पे झूठ बोल रही है।
अभी तक नॉर्वे सरकार ने उस गलती के लिए माफी नहीं मांगी है. मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी गई. मुझे बदनाम किया गया. मेरे बच्चों को टॉर्चर किया गया. मेरा पति जब मुझे लेकर सख्त था तब उन्होंने मेरे पति का ही साथ दिया और ये अपने आप को फेमिनिस्ट कंट्री कहते हैं. इस फिल्म को दुनियाभर के लोग देखना चाह रहा है. नॉर्वे और अलग-अलग देशों से लोग मुझसे मिलने आ रहे हैं. भारत सरकार ने मेरी बहुत मदद की और आगे भी वे ऐसे जरूरतमंद परिवारों की मदद करेंगे. जय हिंद।
रानी का जबरदस्त कमबैक
फिल्म की बात करें तो रानी मुखर्जी इस फिल्म से कमबैक कर रही हैं. जहां एक तरफ फिल्म को फैंस से अच्छे व्यूज मिल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ फिल्म को लेकर बवाल भी शुरू हो गया है. अब देखने वाली बात होगी कि महिला के इस बयान पर नॉर्वे एम्बेसी क्या रिएक्ट करती है।