लोन ही लोन… पाकिस्तान को फिर चीनी मदद, अब दिया साढ़े दस हजार करोड़

कंगाल पाकिस्तान को आखिरकार चीन ने एक बार फिर बड़ी मदद दी है. इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना ने पाकिस्तान के लिए 1.3 अरब डॉलर यानी 10 हजार 600 करोड़ रुपए के लोन को अप्रूवल दे दी है. वित्त मंत्री इशाक डार ने बताया कि इससे फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व को बढ़ाने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि चीन की तरफ से यह लोन तीन इंस्टॉलमेंट में मिलेंगे, जिसमें पाकिस्तान सेंट्रल बैंक को 500 मिलियन डॉलर यानी चार हजार करोड़ रुपए मिल चुके हैं।

पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने बताया कि चीन की तरफ से मिलने वाली यह मदद बहुत अहम् है. इससे कर्ज की अदायगी की जाएगी और फॉरेक्स रिजर्व को बढ़ाया जा सकेगा. इससे पहले भी चीन ने अपने मित्र को फॉरेक्स रिजर्व बढ़ाने के लिए 700 मिलियन डॉलर का लोन दिया था, जो फॉरेक्स रिजर्व को 20% बढ़ाने में बड़ी मदद मिली. हैरानी की बात ये है कि चीन अन्य लेंडर्स के मुकाबले उच्च ब्याज दर पर पाकिस्तान को कर्ज दे रहा है।

पाकिस्तान को चुकाना है 5 अरब डॉलर का कर्ज

पाकिस्तान पर पहले से चीन का अरबों डॉलर का कर्ज है. इसके बावजूद उसने चीन से कर्ज लिया है. दरअसल, पाकिस्तान में चीन के कई प्रोजेक्ट्स भी चल रहे हैं, जिसपर उसका अरबों रुपए लगा है. पाकिस्तानी वित्त मंत्री इशाक डार का कहना है कि जून में मौजूदा वित्त वर्ष की समाप्ति के बाद उसे 5 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है, जिसके लिए विदेशी फंडिंग की जरूरत पड़ेगी. विदेशी फंडिंग के लिए भी पाकिस्तान को इंटरनेशनल मोनेटरी फंड के क्लियरेंस की जरूरत पड़ेगी, जो पाकिस्तानी मंत्री ने बताया कि अगले सप्ताह इसपर हस्ताक्षर किया जाएगा. आईएमएफ के नियमों के मुताबिक, पाकिस्तान को पहले उन ऋणदाताओं से मोरेटोरियम लेना था, जिससे उसने कर्ज लिए हैं, जहां चीन ने उसे दो साल का मोरेटोरियम दे दिया है।

पाकिस्तान पर 100 अरब डॉलर का कर्ज

पाकिस्तान पर कुल कर्ज 100 अरब डॉलर है और इसमें 30% अकेले चीन का है. इस दरमियान पाकिस्तान की मुश्किलें इसलिए भी बढ़ गई कि चीन ने उसे 55.6 मिलियन डॉलर के कर्ज का नवंबर 2023 तक रीपेमेंट करने कहा है. बता दें कि पाकिस्तान पर अकेले वेस्ट एशियन बैंक का 8.77 अरब डॉलर का कर्ज है, जिसमें चीन का सरकारी बैंक ऑफ चाइना, आईसीबीसी और चाइना डेवलपमेंट बैंक शामिल है।

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