मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के चार महीने के निचले स्तर पर चले जाने के बाद सरकार से काफी उम्मीदें थी, लेकिन रॉयटर्स पोल ने अनुमान को नीचे की ओर किया था. लेकिन जो आज आंकड़ें दिखाई दे रहे हैं वो वाकई में चौंकाने वाले हैं. भारत के सर्विस सेक्टर में 12 साल की सबसे बड़ी तेजी देखने को मिली है. सर्वे के अनुसार देश में नौकरियां बढ़ने की सुस्त रफ्तार और कैपेसिटी के दबाव के बीच कीमतों का प्रेशर कम हुआ है. वहीं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भी चार महीने के लोअर लेवल पर आ गई है।
सर्विस सेक्टर में जबरदस्त तेजी
एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सर्विसेज परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स जनवरी के महीने में 57.2 पर था जोकि फरवरी के महीने में 59.4 पर आ गया है. जो फरवरी 2011 के बाद सबसे ज्यादा है. वहीं लगातार 19वें महीने में सर्विस सेक्टर 50-अंकों से ऊपर है, जोकि जून 2013 के बाद सबसे लंबा स्ट्रीक है. वैसे रॉयटर्स ने सर्विस सेक्टर में ग्रोथ का अनुमान 56.2 अंक रखा था।
विकास की खोई हुई गति को फिर से हासिल
एसएंडपी ग्लोबल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स फरवरी में 55.3 पर आ गई जो चार महीने में सबसे कम है. वहीं दिसंबर की जीडीपी 4.4 फीसदी पर आ गई. अब सर्विस सेक्टर में तेजी देश की इकोनॉमी बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती है. एसएंडपी ग्लोबल में इकोनॉमिस्ट एसोसिएट डायरेक्टर पोलियान्ना डी लीमा के अनुसार सर्विस सेक्टर में जनवरी के महीने में गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन फरवरी में रफ्तार फिर से तेज हो गई है. नए कारोबार में आठ महीनों में सबसे ज्यादा इजाफा देखने को मिला है, लेकिन लेकिन फर्मों में रिक्रूटमेंट लेवल पर मामूली इजाफा देखने को मिला था. वहीं बिजनेस कांफिडेंस 7 महीनों में सबसे कम देखने को मिला था।