माफियाओं को मिट्टी में मिला देने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऐलान पर प्रयागराज प्रशासन ने काम तेज कर दिया है. अतीक अहमद के करीबियों पर चुन-चुनकर कार्रवाई की जा रही है. मामले में जफर अहमद के बाद अब गुड्डू मुस्लिम के मकान पर भी बुलडोजर चल रहा है. गुड्डू मुस्लिम का घर भी चकिया के कसारी-मसारी में है. खबर तो यह भी है कि गुड्डू के अलावा गुलाम मोहम्मद का भी घर गिराया जाना है. प्रयागराज में लगातार तीन दिन से बुलडोजर की कार्रवाई हो रही है।
आरोप है कि उमेश पाल की हत्या के दौरान गुड्डू ही बमबाजी कर रहा था. उमेश पाल की बीती 24 फरवरी को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने अपराधियों की शिनाख्त की. मामले के कुछ आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं. गुड्डू मुस्लिम भी हत्याकांड के वांछित आरोपी हैं।
थैले में रखकर फेंक रहा था बम, वायरल हुआ था वीडियो
ये वही गुड्डू है, जो प्रयागराज के कुख्यात उमेश पाल हत्याकांड के वीडियो में थैले से बम निकालकर फेंकते हुए दिखाई दे रहा है. गड्डू बम बनाने में माहिर बताया जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स में तो यहां तक बताया गया है कि गुड्डू के पास सामान उपलब्ध हो तो वो महज 4 से 5 मिनट में बम बना सकता है. इसके लिए वो कील, गन पाउडर और सुतली जैसी चीजों का इस्तेमाल करता है।
गुड्डू इन सामानों को अलग-अलग रखता है, ताकि वो पकड़ा न जाए और जब उसे बम बनाना होता है तो वो मोटरसाइकिल पर बैठे-बैठे महज 4-5 मिनट में बम बना भी लेता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुड्डू ने बम बनाने की ट्रेनिंग नेपाल में किसी एक्सपर्ट से ली है।
90 के दशक से बना रहा बम, महारत हासिल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि गुड्डू ने 90 के दशक के शुरुआत में बम बनाने में महारत हासिल की थी. इलाहाबाद में जन्में गुड्डू ने महज 15 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. तब वो लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देता था. गुड्डू के परिवार ने उसे जुर्म की दुनिया से दूर रखने के लिए लखनऊ भेज दिया ताकि वो पढ़ाई कर सके, लेकिन अपराध से गुड्डू का नाता नहीं टूटा।