इंदौर टेस्ट में भारतीय टीम फिलहाल बैकफुट पर है. लेकिन, इस मैच की ताजा स्थिति भारत के फेवर में हो सकती थी. अगर जडेजा ने एक ही गलती सीरीज में तीसरी बार दोहराई ना होती. रोहित शर्मा DRS को लेकर कन्फ्यूज ना हुए होते. भारत की तरफ से हुई इन दो चीजों के चलते ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन दो जीवनदान मिले. उन पर किस्मत मेहरबान दिखी।
इंदौर टेस्ट की पहली पारी में मार्नस लाबुशेन को पहला जीवनदान तभी मिला जब उनका खाता भी नहीं खुला था. मतलब जब वो शून्य पर थे तभी वो आउट होकर भी बच गए थे और ऐसा हुआ था रविंद्र जडेजा की उस गलती की वजह से जो उन्होंने सीरीज में तीसरी बार की थी।
जडेजा ने तीसरी बार दोहराई गलती, बचे लाबुशेन
ये ऑस्ट्रेलियाई पारी के चौथे ओवर की पहली गेंद थी. मार्नस लाबुशेन स्ट्राइक पर थे और जडेजा गेंदबाजी पर. जडेजा की इस गेंद पर लाबुशेन प्लेड डाउन हो गए. किस्मत ने साथ दिया और जडेजा की जिस गेंद पर वो आउट हुए वो नो बॉल निकली. मतलब लाबुशेन को जीवनदान मिल गया।
हालांकि, जडेजा ने जो गलती यहां की और जिसकी वजह से लाबुशेन को जीवनदान मिला, वो गलती वो इसी सीरीज में पहले भी दो बार कर चुके हैं. एक बार नागपुर टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने स्मिथ को आउट किया था तो गेंद नोबॉल निकली थी. वहीं दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के आखिरी विकेट के दौरान उन्होंने ऐसा किया था।
रोहित की कन्फ्यूजन ने लाबुशेन को नहीं दी टेंशन
लाबुशेन को मैच में दूसरा जीवनदान ऑस्ट्रेलियाई पारी के 11वें ओवर में मिला, जब अश्विन की आखिरी गेंद पर उनके LBW की जोरदार अपील तो हुई पर अपने गेंदबाजों और फील्डर्स से बात करते हुए वो इतने कन्फ्यूज हो गए कि उस पर DRS के लिए नहीं गए. हालांकि, अगर रोहित DRS का इस्तेमाल करते तो लाबुशेन आउट हो सकते थे. बता दें कि इस दौरान लाबुशेन का स्कोर सिर्फ 7 रन था।
साफ है इंदौर में लाबुशेन पर किस्मत साफ मेहरबान दिख रही है. अब ये टीम इंडिया के लिए कितना अच्छा होगा या बुरा ये तो आगे पता चलेगा।