पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. गृहमंत्री के साथ गवर्नर की मुलाकात आज दोपहर बाद होगी. जानकारी के मुताबिक पंजाब में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर दोनों के बीच बात हो सकती है. ये अहम बैठक हाल ही में अमृतपाल और उसके खालिस्तान समर्थकों द्वारा पंजाब में चलाए गई गतिविधि के बाद हो रही है।
इस बीच कट्टर उपदेशक अमृतपाल सिंह ने अजनाला में झड़पों के दौरान पंजाब पुलिस द्वारा दिखाए गए संयम को मंगलवार को झूठा दुष्प्रचार बताते हुए पूछा कि अगर वह गुरु ग्रंथ साहिब का सम्मान करती है तो उसने उसके समर्थकों के खिलाफ लाठियों का इस्तेमाल क्यों किया और अवरोधक क्यों लगाए।
पुलिस ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि तलवारों और बंदूकों से लैस उसके समर्थक पिछले हफ्ते अमृतसर के बाहरी इलाके में अजनाला पुलिस थाने में अवरोधक तोड़कर घुस गए थे. वे पुलिस से अपहरण के एक मामले में आरोपी लवप्रीत सिंह को रिहा करने की मांग कर रहे थे. पुलिस ने बाद में कहा था कि उसने संयम बरता क्योंकि प्रदर्शनकारी पुलिस थाने में धार्मिक ग्रंथ की प्रति लेकर घुसे थे।
खालिस्तान समर्थक माने जाने वाले अमृतपाल सिंह ने तरन तारन में एक धार्मिक कार्यक्रम में कहा, वीडियो देखिए. अगर वे इतना सम्मान करते तो लाठियां इस्तेमाल करने की क्या जरूरत थी? अगर इतना ज्यादा सम्मान करते तो फूलों की बारिश होनी चाहिए थी. उसने पुलिस के दावे को झूठा दुष्प्रचार बताते हुए कहा, वहां अवरोधक लगाने तथा हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात करने की क्या जरूरत थी? उसने कहा कि वह अपने साथी को रिहा कराने या जेल में बंद होने के लिए पुलिस थाने गए थे।
अजनाला में झड़प के एक दिन बाद एक स्थानीय अदालत ने पुलिस के आवेदन पर उसके सहायक लवप्रीत की रिहाई के आदेश दिए थे. पूरी तरह अलग रुख अपनाते हुए पुलिस ने कहा था कि उसकी जांच से पता चला कि लवप्रीत उस स्थान पर नहीं था जहां कथित अपहरण हुआ था. अमृतपाल सिंह ने मंगलवार को पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाया. उसने मादक पदार्थ के खिलाफ अपने अभियान पर भी बात की।