इंग्लैंड के एक मशहूर होटल की मालकिन करोड़पति बुजुर्ग महिला को, उसी के पोते ने महज इसलिए कत्ल कर डाला था कि वो, लड़के (पोते) की नशे की लत छुड़ाने पर आमादा थीं. जब पोते को लगा कि अब उसकी दादी हर हाल में इलाज के लिए उसे किसी नशा निरोधी केंद्र में या चिकित्सक के पास ले जाने से बाज नहीं आएंगीं तो पोते ने, उनका घर के भीतर ही कत्ल कर डाला।
इस जघन्य हत्याकांड को लड़के ने अंजाम दिया था दादी के घर में रखे बाथटब में. घटना को अंजाम देने में तीन-तीन चाकू का इस्तेमाल किया गया था. दादी को मारते वक्त क्रूरता पर उतरे पोते ने चाकू से 17 वार बुजुर्ग महिला के बदन पर किए थे. फिलहाल अब इस मामले की सुनवाई कोर्ट में शुरू हो गई है।
2 साल पहले किया कत्ल
दादी के कत्ल के आरोपी पोते का नाम है पिएत्रो एडिस. जबकि उसके हाथों कत्ल होने वाली बुजुर्ग करोड़पति महिला का नाम सू एडिस था. सू एडिस कत्ल किए जाने के वक्त 69 साल की थीं. उनका कत्ल उनके घर के भीतर ही जनवरी 2021 को कर दिया गया था. पेशे से ब्राइटन में डोनाटेलो और पिनोचियो की करोड़पति मालकिन सू एडिस इंग्लैंड की मशहूर चैरिटी फंड्राइजर भी थीं. वे विदडीन स्थित अपने घर के बाथटब में खून से लथपथ हाल में मरी पाई गईं थीं. उन्हें उनके बेटे के बेटे यानी पोते पिएत्रो एडिस ने ही कत्ल किया था. तब आरोपी की उम्र 17 साल थी. जो अब दादी के कत्ल का मुकदमा लुईस क्राउन कोर्ट में शुरू होने के वक्त 19 साल का हो चुका है. घटना से एक सप्ताह पहले तक आरोपी रैडिन्डेन मैनर रोड, होव में परिवार के साथ रहता था।
अपने घर में उसका पिता के साथ झगड़ा हो गया था. झगड़े की वजह थी उसका (दादी के कत्ल का आरोपी पिएत्रो एडिस) नशे का सेवन करना. लिहाजा बेटे को सुधरने के लिए पिता ने उसे दक्षिण पूर्व क्षेत्र में स्थित इंग्लैंड के रैडिन्डेन मैनर रोड, होव वाले घर से उसकी दादी के घर भेज दिया था, ताकि दादी उसे समझा-बुझाकर उसकी नशे की बुरी लत से पोते को दूर करने में मददगार साबित हो सकें. पोते ने जब दादी के ऊपर उन्हीं के घर के बाथटब में चाकू से हमला बोला, तब वे नहा रही थीं. अब जब उस सनसनीखेज हत्याकांड का ट्रायल कोर्ट में शुरू हुआ तो पता चला कि, हमलावर पोते ने दादी के ऊपर चाकू के जो 17 बार वार किए थे उनमें से, अधिकांश सीने और गर्दन पर थे. इससे साबित होता है कि आरोपी का इरादा उस दिन हर हाल में दादी की जान लेने का था।
खुद ही दी हत्या की खबर
हालांकि अब कोर्ट में शुरू हुए ट्रायल के दौरान दादी के कत्ल के आरोपी मुलजिम पोते ने यह तो माना कि, उसकी दादी का कत्ल हुआ. इसके बाद भी मगर उसने यह नहीं स्वीकारा कि दादी का कत्ल उसने खुद किया है. उधर कोर्ट में शुरू ट्रायल के दौरान अभियोजन पक्ष ने भी तमाम दलीलें पेश कीं. घटना के बारे में कोर्ट को रोसानो स्कैमार्डेला केसी ने कहा, “दादी को कत्ल करने के बाद आरोपी ने खुद ही 999 पर कॉल करके सूचना दी थी. उसके बाद टीम घटनास्थल पर पहुंची थी. घटनास्थल पर पहुंची जांच टीम को बुजुर्ग महिला मृत हालत में मिली थी. जांच टीमों ने मौके से तीन चाकू बरामद दिए. वे चाकू अलग अलग स्थान पर थे. यह स्थान थे बाथमैट, बुजुर्ग महिला की लाश के नीचे और तीसरा बेडरूम में टंगी आरोपी की जैकेट की जेब।
दो साल पुराने कत्ल के इस मामले की सुनवाई के दौरान अब कोर्ट को यह भी बताया गया कि, आरोपी के जन्म के कुछ वक्त बाद उसके माता पिता में अलगाव हो गया था. वे बच्चे की बेहतर परवरिश की चिंता भूलकर अपने-अपने सुख की खातिर अलग अलग जाकर रहने लगे थे. इसका सीधा असर बच्चे की मानसिक (अब दादी के कत्ल का मुलजिम पोता) स्थिति पर विपरीत पड़ा और वो मानसिक रुप से कमजोर होता चला गया. जब आरोपी की उम्र महज 6 साल थी तभी उसी मां का भी देहांत हो गया. इसका भी बच्चे के दिमाग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा. उसे भेजा तो स्कूल और फिर कैडरिंग कॉलेज में भी गया था. मगर वहां उसका मन नहीं लगा।
धीरे-धीरे इन्हीं तमाम विपरीत परिस्थितियों के चलते हालात इतने खराब होते गए कि, सन् 2018 में आरोपी का अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) का इलाज तक करवाना पड़ा. तब जाकर वो सही हो सका था. इसी बीच कोर्ट में मामले की सुनवाई कर रही पीठ को यह भी बताया कि, आरोपी नशे का भी आदी रहा है. यह बात है सन् 2019 की यानी उसके द्वारा दादी के कत्ल को अंजाम दिए जाने से करीब 2-3 साल पहले की. जब आरोपी ने नशा करना शुरू कर दिया तो परिवार परेशान हो उठा. इस बुराई के चलते अक्सर दादी के कत्ल के आरोपी मुलजिम आदिस का अपने घर वालों से झगड़ा होने लगा।
डॉक्टरों के संपर्क में थी दादी
जब दादी का कत्ल किया गया तब आरोपी पोता पिएत्रो एडिस, दादी सू एडिस के साथ सीडर गार्डन में रह रहा था. नशे की लत से परेशान दादी ने इस बात की चर्चा अपने परिचितों से भी की था. वे पोते को नशे की लत से बाहर लाना चाहती थीं. दादी ने इसके लिए उस एडीएचडी से भी संपर्क किया, जहां पोते का पहले इलाज चल चुका था. वहां से कहा गया कि वे (दादी) किसी विशेषज्ञ को दिखाएं. दादी के कत्ल के बाद घर पहुंची पुलिस ने जब उनके मोबाइल फोन को चैक किया, तो उससे कई अहम जानकारियां मिलीं. पता चला कि दादी ने कत्ल होने से कुछ महीने पहले 29 नवंबर सन् 2020 को ब्राइटन में मौजूद मनोवैज्ञानिक को भी खोजा था. ताकि वो पोते को नशे की लत से बाहर निकाल सके।
जिस दिन दादी सू एडिस की उनके पोते ने जान ली, उस दिन भी दादी ने टाइसहर्स्ट स्थित एक निजी क्लिनिक पर संपर्क साधा था. यह क्लिनिक नशे के मरीजों का इलाज करने के लिए मशहूर था. दादी ने मरने वाले दिन यहां तक देख लिया था कि उनके घर से उस अस्पताल की कार से दूरी कितने किलोमीटर होगी. फिलहाल पोते द्वारा दादी के कत्ल के इस मुकदमे की सुनवाई अभी लुईस क्राउन कोर्ट में जारी है।