यूक्रेन के खिलाफ जंग को एक साल पूरे होने से ठीक दो दिन पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश को संबोधित कर रहे हैं. रूस की संसद में बोलते हुए पुतिन ने कहा, डोनबास में बहुत कुछ खोया है. 2014 में डोनबास में बहुत लड़ाई हुई. डोनबास, लुहांस्क ने आखिरी दम तक हार नहीं मानी. पुतिन ने कहा कि रूस में नाटो का दखल बढ़ रहा है।
रूस के राष्ट्रपति ने आगे कहा, पश्चिम ताकतों की दखल की वजह से हम आगे बढ़े, जेलेंस्की को बात करने का मौका दिया गया था. नाटो ने यूक्रेन को बरगलाया और उकसाने का काम किया है. यूक्रेन ने दुनिया को युद्ध में धकेला है. आपसी बातचीत से ही हल निकलेगा. पश्चिम देशों से दूर रहते हुए यूक्रेन बात करे तो बेहतर होगा. रूस ने शांति के लिए हर संभव प्रयास किया।
पुतिन के संबोधन की बड़ी बातें
- आने वाली पीढ़ियों को हम जंग से बचाना चाहते हैं. हम प्रण लेते हैं कि देश को बचाकर रखेंगे. साध देने के लिए रूसी जनता का धन्यवाद।
- बॉर्डर पर हमारा आक्रमण और तेज होगा. हम अपने बच्चों की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं. जंग में कई परिवार और इमारतें बर्बाद हो गईं. पश्चिम के हर गलत मंसूबों को नाकाम करेंगे।
- हम किसी की जान नहीं लेना चाहते. हम चाहते हैं कि शांतिपूर्ण तरीके से इस युद्ध का हल निकाला जाए. पश्चिम ने दुनिया में पैनिक फैलाया. पश्चिम हमेशा से ही गलत तरीके से तोड़ने की कोशिश करता रहा है।
- अमेरिका और यूरोप जितने हथियार देंगे जंग उतनी ही चलेगी. इस जंग ने कई परिवार बर्बार किए. जेलेंस्की ने खुद के लोगों को धोखा दिया है।
- पश्चिम ने शांति प्रस्तावों पर बात नहीं बनने दी. पश्चिम ने बातचीत को नजरअंदाज किया. पश्चिमी देशों को रूसोफोबिया हो गया है. जंग के मैदान में रूस को हराना इतना आसान नहीं होगा।
- एंटी रशियन प्रोपेगेंडा पर हमने अटैक किया. यूक्रेन से युद्ध हमारे लिए आखिरी विकल्प था. रूस को तोड़ने की पूरी साजिश की गई. पश्चिम यूक्रेन को गलत तरीके से प्रोवेकेट कर रहा है. अमेरिका समस्या के समाधान का पक्षधर नहीं है।
- हम चाहते हैं युद्ध किसी तरह से बंद हो. जंग के परिणाम के बारे में किसी ने नहीं सोचा. पश्चिम देश रूस के टुकड़े करना चाहते हैं. जंग के लिए ट्रिलियन डॉलर दिए जा रहे हैं।
- पश्चिम देश चाहते हैं कि वो रूस के कई टुकड़े कर इस पर कब्जा कर सके. यूएस ने सभी अंतरराष्ट्रीय समझौते से हाथ खींच लिया. अमेरिका ने सीरिया और इराक जैसा खेल खेला है।
- हमने हमेशा कोशिश की जंग न हो. हम अपने घर, अपने देश और अपनी जमीन को बचा रहे हैं. दिसंबर में ही डोनबास में युद्ध की तैयारी थी।
- यूक्रेन शांति से कोई बात नहीं करना चाहता था. हम कोई खून खराबा नहीं चाहते हैं. पश्चिम देश मदद के नाम पर यूक्रेन को भड़का रहे हैं।