एक तरफ अश्विन, एक तरफ जडेजा. दोनों ने मिलकर नागपुर में बजाया ऑस्ट्रेलिया का बाजा. नतीजा भारत ने बड़े अंतर से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट मैच जीत लिया है. नागपुर टेस्ट की पहली पारी में 223 रन की बढ़त बनाने के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी सिर्फ 91 रन पर समेट दी. इस तरह उसने पारी और 132 रन के अंतर से मुकाबला जीत लिया. इसी के साथ 4 टेस्ट की सीरीज में भारत ने 1-0 की बढ़त भी बना ली।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को नागपुर टेस्ट में सिर्फ 3 दिन में हरा दिया. ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर इस टेस्ट मैच में पहले बैटिंग की थी. लेकिन, उसकी पहली पारी सिर्फ 177 रन पर खत्म हो गई. भारत की ओर से पहली पारी में रवींद्र जडेजा सबसे सफल गेंदबाज रहे थे, जिन्होंने 5 विकेट चटकाए थे. इसके बाद भारत ने पहली पारी खेली और पूरे 400 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया की ओर से पहली इनिंग में 7 विकेट लेने वाले टॉड मर्फी सबसे सफल गेंदबाज रहे थे।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 91 रन पर सिमटी
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी इनिंग भी पहली इनिंग जैसी ही शुरू हुई. ओपनर उस्मान ख्वाजा ने एक बार फिर से निराश किया और लगातार दूसरी इनिंग में सिंगल डिजीट पर आउट हुए. ख्वाजा का विकेट अश्विन ने लिया. इसके बाद जडेजा ने आकर वर्ल्ड नंबर वन टेस्ट बैटर मार्नस लाबुशेन को चलता किया. लाबुशेन 17 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद तो अश्विन ने एक के बाद एक ऑस्ट्रॅेलियाई विकेटों की झड़ी लगा दी, जिससे उबर पाना कंगारू टीम के लिए आसान नहीं रहा और वो 91 रन पर ही सिमट कर रह गए।
19 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
नागपुर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के बनाए 91 रन भारत के खिलाफ टेस्ट में उसका दूसरा सबसे लोएस्ट टोटल रहा. इस मामले में 19 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा है. 19 साल पहले यानी साल 2004 में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के खिलाफ 93 रन पर ऑलआउट हुई थी।
अश्विन दूसरी पारी में सबसे सफल गेंदबाज
अश्विन भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने दूसरी पारी में 5 विकेट झटके. घरेलू जमीन पर ये अश्विन का 25वां 5 विकेट शिकार था. जबकि उनके करियर में 31वां मौका था, जब उन्होंने 5 विकेट लिए थे. अश्विन के अलावा शमी और जडेजा ने 2-2 विकेट लिए जबकि अक्षर पटेल को 1 विकेट मिला।