नागपुर की पिच पर बेशक ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाज पहली पारी में फेल रहे हों लेकिन इसी पिच पर भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने जमकर रन बरसाए. रोहित शर्मा ने यहां शतक जमाया तो वहीं रवींद्र जडेजा ने भी शानदार पारी खेली. लेकिन अक्षर पटेल ने जो पारी खेली उसने टीम इंडिया को मजबूत किया और अहम बढ़त दिलाई. अक्षर अपना पहला इंटरेनशनल शतक बनाने से चूक गए लेकिन उनकी पारी भारतीय टीम के लिए काफी अहम साबित हुई. अक्षर ने भारत की पहली पारी में 84 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 177 रन ही बनाए थे. टीम इंडिया अपनी पहली पारी में 400 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. इसी के साथ उसके पास 223 रनों की बढ़त है. इस पिच पर ये बढ़त काफी है और यहां तक टीम इंडिया को ले गए अक्षर पटेल.इसमें उनका साथ दिया मोहम्मद शमी ने।
पटेल ने जमाया रंग
भारत ने तीसरे दिन शनिवार की शुरुआत सात विकेट के नुकसान पर 321 रनों के साथ की थी.रवींद्र जडेजा और अक्षर की जोड़ी मैदान पर उतरी थी और टीम इंडिया को उम्मीद थी कि ये जोड़ी दूसरे दिन की तरह लंबा खेलेगी,लेकिन टीम के खाते में छह रन ही जुड़े थे कि टॉड मर्फी की गेंद पर जडेजा बोल्ड हो गए. जडेजा ने अपने दूसरे दिन के स्कोर में चार रनों का ही इजाफा किया. वह 185 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से 70 रन बनाने में सफल रहे. इसके बाद लगा था कि अब ऑस्ट्रेलिया सस्ते में टीम इंडिया को निपटा देगा और भारत अपनी बढ़त को 200 के पार नहीं ले जा पाएगा।
लेकिन पटेल को साथ मिला शमी का और इन दोनों ने आठवें विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की. इन दोनों ने 86 गेंदों पर 52 रन जोड़े. हैरानी वाली बात ये रही कि इसमें शमी के 47 गेंदों पर 37 रन थे और पटेल के 15 रन. शमी 380 के कुल स्कोर पर आउट हो गए।
शतक से चूके अक्षर
शमी के आउट होने के बाद अक्षर ने तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए थे और वह अपने शतक और टीम इंडिया को ज्यादा बढ़त दिलाने की कोशिश में लगे थे. लग रहा था कि ये बल्लेबाज आज अपने इंटरनेशनल करियर का पहला शतक पूरा कर लेगा लेकिन कमिंस की एक गेंद उनके स्टंप ले उड़ी और वह ये काम नहीं कर पाए. लेकिन अक्षर ने जो पारी खेली उसने टीम इंडिया को इस मैच में मजबूत कर दिया।