उत्तर प्रदेश में नगर विकास एवम् ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा जी के निर्देश पर विद्युत विभाग द्वारा चलाये जा रहे केवाईसी अभियान का जमीनी स्तर पर अब व्यापक असर दिखने लगा है। जहां एक ओर नए उपभोक्ताओं में बढ़ोतरी हो रही है, वहीं दूसरी ओर अवैध कनेक्शन धारकों पर भी जमकर कार्रवाई हो रही है।
मथुरा में केवाईसी अभियान के तहत शाही ईदगाह परिसर में उपखंड अधिकारी मसानी के नेतृत्व में आज सुबह से ही जिला प्रशासन, पुलिस विभाग एवं विद्युत परिवर्तन दल, मथुरा ने संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसके तहत शाही ईदगाह परिसर में अवैध कनेक्शन से विद्युत का उपयोग पाया गया। संयुक्त टीम में त्वरित कार्रवाई करते हुए अवैध कनेक्शन काट दिया और अवैध विद्युत प्रयोग के विरुद्ध विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के अंतर्गत एंटी थेफ्ट में थाना कृष्णा नगर में प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं, नियमानुसार राजस्व निर्धारण किया गया। उसके उपरांत निर्धारित किए गए राजस्व का भुगतान शाही ईदगाह मस्जिद कमेटी के सचिव तवनीर अहमद से वसूला गया है।
विद्युत विभाग ने यह कार्रवाई कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट द्वारा प्राप्त शिकायत के उपरांत की गई है। शिकायती पत्र में कहा गया है कि शाही मस्जिद ईदगाह प्रबंघ समिति में अनाधिकृत रूप से बिजली चोरी की जा रही है। सचिव तनवीर के नेतृत्व में दर्जनों से अधिक लोग बिजली की मुख्य आपूर्ति के लिए तार डालकर बिजली चोरी कर रहे हैं। यह कृत्य काफी वर्ष से चल रहा है। पत्र में यह भी लिखा गया है कि ईदगाह में न तो मीटर है, न ही बिल और न ही बिजली का कोई रजिस्टर्ड कनेक्शन है। कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट द्वारा यह भी मांग की गई कि शाही मस्जिद ईदगाह प्रबंध समिति के विरोध सख्त कार्रवाई करते हुए उनके द्वारा गलत तरीके से उपयोग की गई बिजली की गणना कर उनसे नुकसान की भरपाई कराई जाए और दोषियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए। इसी क्रम में संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए कनेक्शन काटकर जुर्माना भी वसूला है। विद्युत विभाग की इस कार्रवाई से जहां एक ओर वैध विद्युत कनेक्शन धारकों में हर्ष का माहौल है, तो वहीं अवैध धारकों में भय भी व्याप्त है।
विद्युत विभाग द्वारा 01 फरवरी से केवाईसी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के दौरान विद्युत उपभोक्ता बढ़ाने के लिये भी व्यापक प्रयास किये जा रहे हैं। अवैध विद्युत कनेक्शन पर जहां एक ओर कार्रवाई हो रही है, वहीं लोगों को विद्युत कनेक्शन लेने के लिये प्रेरित भी किया जा रहा है। अभियान अंतर्गत लाइन लास वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां नियमित संयोजन देने हेतु विशेष प्रयास भी किये जा रहे हैं। वहीं कटिया संयोजन नियमितीकरण अभियान भी चलाये जा रहे हैं।
बिना संयोजन लिए बिजली का उपयोग करने वालो को विद्युत संयोजन लिये जाने के लिए प्रेरित कर और उन्हें हर हाल में संयोजन उपलब्ध कराना भी सुनिश्चित किया जा रहा है। ऐसे आवेदक जिनके विरुद्ध विद्युत चोरी के प्रकरणों, लम्बित बकाया अथवा एफआईआर दर्ज है, उनसे सादा पेपर पर एक घोषणा पत्र लिया जा रहा है जिसमें ऐसे प्रकरणों पर भविष्य में जो भी नीतिगत निर्णय होगा, वह उन्हें मान्य होगा और उन्हें संयोजन दे दिया जायेगा। अभियान के तहत प्रत्येक उपभोक्ता को यह भी बताया जा रहा है कि केवाईसी कराने से उन्हें किस प्रकार की सुविधायें मिलेंगी। जैसे कि भुगतान न होने पर विद्युत विच्छेदन की पूर्ण जानकारी, बिल से सम्बन्धित जानकारी, बिल भुगतान की सुविधा, शिकायतों का तत्काल निस्तारण, विभागीय योजनाओं एवं कैम्पों की जानकारी एवं विद्युत बाधित होने की जानकारी आदि, जिसके लिए उन्हें कार्यालयों के अनावश्यक चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।