रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 11 महीने से अधिक वक्त से जंग जारी है. इस बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन पर रूसी सैनिकों के आक्रमण की तुलना नाजी जर्मनी के खिलाफ युद्ध से की है. पुतिन ने यूक्रेन में अपनी सेना के के समर्थन के लिए गुरुवार (2 फरवरी) को द्वितीय विश्व युद्ध के स्मरणोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इस दौरान उन्होंने इस लड़ाई की तुलना नाज़ी जर्मनी के आक्रमण से की और संकेत दिया कि मास्को परमाणु हथियारों का भी उपयोग कर सकता है. 1942-43 स्टेलिनग्राद की लड़ाई करीब 6 महीने तक चली थी और जब यह खत्म हो गया तो शहर खंडहर हो गया था. इस युद्ध में दस लाख से अधिक सैनिकों और नागरिकों ने अपनी जान गंवा दी थी।
पुतिन ने किस युद्ध से की यूक्रेन की तुलना?
पुतिन ने हाल के कुछ सालों में अपने राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए द्वितीय विश्व युद्ध को मोहरा बनाया है. इस सिलसिले में पुतिन 2 फरवरी को स्टेलिनग्राद की लड़ाई में सोवियत विजय की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए वोल्गोग्राड पहुंचे. पुतिन ने यूक्रेन पर अपने हमले के लिए समर्थन बढ़ाने की मांग की. उन्होंने यूक्रेन में रूस के तथाकथित विशेष सैन्य अभियान की तुलना 1941-1945 में नाजी जर्मनी के खिलाफ युद्ध से की।
पुतिन ने पश्चिमी देशों को दी धमकी
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने आगे कहा, “बार-बार हमें पश्चिम के देशों की आक्रमकता को पीछे हटाना होगा. हम उनकी सीमाओं पर टैंक नहीं भेज रहे हैं, लेकिन हमारे पास जवाब देने के लिए साधन हैं, सभी को यह समझना चाहिए. रूस के साथ एक आधुनिक युद्ध पूरी तरह से अलग होगा. यह अविश्वसनीय, लेकिन सच है, हमें फिर से जर्मन लेपर्ड टैंकों से खतरा है।
पश्चिमी देशों से यूक्रेन को मिल रही मदद
यूक्रेन में 24 फरवरी 2022 को अपने सैनिकों को भेजने के बाद से पुतिन ने कई बार धमकी दी है कि अगर संघर्ष बढ़ता है तो वे पश्चिम के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने में संकोच नहीं करेंगे. बता दें कि पश्चिम के देश यूक्रेन को सैन्य हथियारों से मदद कर रहे हैं. जर्मनी ने यूक्रेन को 14 लेपर्ड 2 टैंक भेजने पर सहमति जताई है. अमेरिका ने भी अब्राम टैंक भेजने का फैसला किया है।