बजट 2023-24 में रेलवे को 2.40 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए. रेल मंत्रालय इस बजट को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, हाइड्रोजन ट्रेन, बुलेट ट्रेन और 1275 रेलवे स्टेशनों को डेवलप करने पर खर्च करने वाला है. वहीं इस बजट में वंदे मेट्रो ट्रेन का भी जिक्र किया गया है।
भारतीय रेलवे वंदे मेट्रो ट्रेन को जल्द ही लॉन्च कर सकता है. वहीं रेल मंत्री ने कहा है कि इस साल तक इसका प्रोडक्शन शुरू किया जा सकता है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का यह मिनी वर्जन होगा, जिसे बड़े शहरों में शुरू किया जाएगा।
वंदे मेट्रो ट्रेन चलने से आम लोगों को क्या फायदा
वित्त मंत्री ने अपने बयान में कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेन को बड़े शहरों में चलाया जाएगा. इसके अलावा, इसे कम दूरी वाले दो शहरों के बीच भी चलाया जा सकता है. वंदे मेट्रो ट्रेन की मदद से लोग अपने घर और ऑफिस जल्द पहुंच सकते हैं. इससे ट्रैफिक को भी कम करने में भी मदद मिलेगी और लोगों के लिए आवगमन आसान हो जाएगी।
कहां तैयार होगी वंदे मेट्रो ट्रेन
मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेन को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की तरह ही भारत में तैयार किया जाएगा, जिसे जल्द लॉन्च किया जा सकता है. यह पूरी तरह से स्वदेशी ट्रेन होगी. इस साल वंदे मेट्रो ट्रेन की डिजाइन और प्रोडक्शन को पूरा कर लिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यात्रियों को वंदे मेट्रो ट्रेन में रैपिड शटल जैसा अनुभव मिलेगा. उन्होंने बताया कि रेलवे वंदे भारत एक्प्रेस के स्लीपर वर्जन पर काम कर रही है. यह 8 कोच वाली मेट्रो की जैसी ट्रेन होगी।
दिसंबर 2023 में हाइड्रोजन ट्रेन चलेगी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2.40 लाख करोड़ रुपये का ये रेल बजट गैप को भरेगा और 800 करोड़ यात्रियों के जरूरतों को पूरा करेगा. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन को चलाया जाएगा. इसे पहले कालका—शिमला रूट पर चलाया जाएगा. बाद में इसका विस्तार किया जाएगा।