मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोनावायरस संक्रमण से प्रभावित लोगों का सर्वेक्षण करने पहुंचे सरकारी अमले की टीम (स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षा कर्मियों) पर पथराव करने के मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के विरुद्घ लड़ाई में बाधा बनने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।
इंदौर के पुलिस उप महानिरीक्षक हरी नारायण चारी मिश्रा ने गुरुवार को आईएएनएस को बताया कि रानीपुरा के टाटपट्टी बाखल इलाके में बुधवार को सरकारी अमले के दल पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था। इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद उनकी तलाश की गई और हमलावरों में से सात को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस घटना के वीडियो फूटेज से पथराव करने वाले लोगों की पहचान कर रही है। जिन लोगों की पहचान होती जा रही है, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। हमलावर कितने थे, यह आंकड़ा अभी तक सामने नहीं आ पाया है।
बताया गया है कि बुधवार को राजस्व, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास विभाग और पुलिस का अमला कोरोनावायरस के संक्रमण का सर्वेक्षण करने निकला था। यह दल जैसे ही टाटपट्टी बाखल इलाके में पहुंचा लोगों ने पहले दल को खदेड़ा और फिर पथराव कर दिया। किसी तरह सरकारी अमले के कर्मचारी अपनी जान बचाकर भागे।
मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत में इंदौर की घटना पर चिंता जाहिर की। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले योद्घा अपनी लड़ाई जारी रखें, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है। इंदौर में दुभार्ग्यपूर्ण घटना हुई है। उस घटना में शामिल अराजकतत्वों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ये मुट्ठी भर लोग हैं। मानवता के काम में जो भी बाधा पहुंचाएगा उसे नहीं छोड़ा जाएगा।”
राज्य में कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा असर व्यापारिक नगरी इंदौर में नजर आ रहा है। यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 75 हो गई है, वहीं राज्य में पीड़ितों की संख्या 98 है। अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के अलावा भोपाल में चार, जबलपुर में आठ, ग्वालियर व शिवपुरी में दो-दो, खरगोन में एक और उज्जैन में छह मरीज हैं। इस तरह राज्य में अब कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 98 हो गई है।