ऑनर किलिंग: प्रेम प्रसंग से नाराज पिता और भाइयों ने कर दी नाबालिग छात्रा की हत्या
बरेली: प्रेम प्रसंग से नाराज पिता ने अपने भतीजे और साढू के बेटे के साथ मिलकर नाबालिग छात्रा की पांच अप्रैल की रात गला दबाकर हत्या कर दी। उसका राम गंगा के किनारे अंतिम संस्कार कर राख नदी में बहा दी। बरेली के थाना सिरौली में तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या, साक्ष्य छिपाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी पिता पुलिस हिरासत में है। सिरौली थाने में चौकी नबाबपुरा के गांव धर्मपुरा की एक छात्रा का रिश्तेदारी में मौसी के घर रह रहे युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। एक साल से चल रहे प्रेम प्रसंग की पूरे गांव में चर्चा है।
बदनामी होने पर पिता ने अपनी बेटी को काफी समझाया लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। दस दिन से छात्रा लापता थी। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। आरोप लगाया कि छात्रा की उसके पिता ने हत्या कर दी है। जिस पर पुलिस ने दो दिन पहले छात्रा के पिता को हिरासत में लिया। उनसे पूछताछ की। पूछताछ में पिता ने हत्या करने की बात कबूल कर ली।
उन्होंने पुलिस को बताया कि गांव के अपने भतीजे और मुरादाबाद में बिलारी के रहने वाले साढू के बेटे के साथ मिलकर बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद राम गंगा के किनारे उसका अंतिम संस्कार कर राख को नदी में बहा दिया। पुलिस ने बयानों के आधार पर घटनास्थल का जायजा लिया। फॉरेंसिक टीम ने रास्ते के सैंपल लिए हैं। थाना सिरौली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने कहा, ‘पिता ने दो लोगों के साथ मिलकर बेटी की गला दबाकर हत्या की। थाना सिरौली में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पिता हिरासत में है। मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल की जा रही है।’
पुलिस हिरासत में पिता ने बताया कि उसने अपनी बेटी के पैरों पर पगड़ी रख दी। उसे मना किया कि परिवार मोहल्ले गांव में बदनामी हो रही है। लड़के से मिलना जुलना बंद कर दो, लेकिन वह नहीं मानी। मां और पिता के घर ना होने पर छात्रा प्रेमी को घर बुला लेती थी। इससे नाराज होकर पिता ने बेटी को मारने की ठान ली।
पांच अप्रैल को छात्रा की मां मायके गई हुई थी। पिता खेत पर चले गए। जैसे ही उन्हें सूचना मिली कि उनकी बेटी ने प्रेमी को घर बुला लिया है, पिता अपने भतीजे एक अन्य रिश्तेदार के साथ घर के बाहर बैठ गए। प्रेमी के घर से निकलते ही वह घर पहुंचे। उन्होंने बगैर किसी बातचीत के बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद उसके शव को ठिकाने लगा दिया।
छात्रा अपने चार बहन भाइयों में सबसे बड़ी थी। इसलिए माता पिता की दुलारी थी और सबसे अधिक विश्वास भी था। लेकिन जिस तरह से रिश्तेदारी में मौसी के घर रह रहे युवक के प्रेम जाल में छात्रा फंस गई जिसका किसी को अंदाजा भी नहीं था। छात्रा का प्रेमी भी धर्मपुरा गांव में मौसी के घर नहीं दिखाई दिया है। गांव में चर्चा है कि प्रेमिका के गायब होने से प्रेमी भी घबराकर फरार हो गया।
छात्रा की मां ने रोते हुए बताया कि मैं अपने मायके गई हुई थी। मैंने मायके से आकर बेटी के बारे में पूछा तो पति ने बताया कि चकरपुर का एक लड़का अपने साथ कुछ लोगों को लेकर हाथ में तमंचा लेकर घर में घुस आया। हमारी बेटी को जबरन घर से निकालकर ले जाने धमकी देने लगे। पुलिस तक जाने पर हाथ पैर तोड़ने की बात कही। इस पर समाज में अपनी इज्जत बचाने को बेटी की गला घोंटकर मार दिया और जंगल में जला दी।