नई दिल्ली। आर्थिक गतिविधियों में आ रही तेजी के बल पर जीएसटी राजस्व संग्रह में भी बढोतरी का रूख बना हुआ है। इस वर्ष मार्च में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.42 लाख करोड़ रुपये के पार रहा जो अब तक संग्रहित जीएसटी का रिकार्ड है। इससे पहले जनवरी 2022 में 140986 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहित हुआ था। जीएसटी लागू होने के बाद यह छठवां ऐसा महीना है जिसमें जीएसटी राजस्व संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। वित्त मंत्रालय द्वारा आज यहां जारी जीएसटी संग्रह के आंकड़ों के अनुसार मार्च में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 142095 करोड़ रुपये रहा है जो मार्च 2021 में संग्रहित 123902 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। मार्च 2020 में सहंग्रित राजस्व की तुलना में 46 फीसदी अधिक है। इस वर्ष जनवरी में यह राशि 140986 करोड़ रुपये और फरवरी में 133026 करोड़ रुपये रही थी। इस वर्ष मार्च में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 142095 करोड़ रुपये रहा है। इसमें सीजीएसटी 25830 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 32378 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 74470 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर 9417 करोड़ रुपये रहा है। आईजीएसटी में आयात पर जीएसटी 39131 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर में आयात पर जीएसटी 981 करोड़ रुपये शामिल है। सरकार ने आईजीएसटी में से सीजीएसटी में 29816 करोड़ रुपये और एसजीएसटी में 25032 करोड़ रुपये दिया है। इसके साथ ही राज्यों को 20 हजार करोड़ रुपये भी दिये गये हैं। इस नियमित हस्तातंरण के बाद मार्च में केन्द्र और राज्यों को क्रमश: 65646 करोड़ रुपये और 67410 करोड़ रुपये मिले हैं।
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- September 18, 2021
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