भारत को खेलों की महाशक्ति बनने के लिये ‘खेल विज्ञान’ का समर्थन किया लवलीना ने

भारत को खेलों की महाशक्ति बनने के लिये ‘खेल विज्ञान’ का समर्थन किया लवलीना ने

नई दिल्ली। तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को लगता है कि देश के खिलाड़ियों को ट्रेनिंग में पूर्ण रूप से वैज्ञानिक दृष्टिकोण की जरूरत है ताकि भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक जैसे बड़े टूर्नामेंट में और अधिक पदक जीत सकें।

लवलीना भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वैश्विक खेल सम्मेलन ‘स्कोरकार्ड 2022’ के मौके पर बोल रही थीं जिसमें चर्चा की गयी कि भारत कैसे खेलों में प्रगति कर सकता है। लवलीना ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भारत में काफी प्रतिभा मौजूद है और भारतीय खिलाड़ी दुनिया में सबसे ज्यादा मेहनती हैं। मुझे लगता है कि ट्रेनिंग प्रणाली को पूरी तरह से वैज्ञानिक रूप लेने की जरूरत है ताकि हम और अधिक पदक जीत सकें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में हमने काफी विकास किया है और वैज्ञानिक ट्रेनिंग भी शुरू हुई है लेकिन हमें इसे जमींनी स्तर से ही लागू करने की जरूरत है। भारत सरकार इन दिनों खेलों के लिये बहुत कुछ कर रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस समर्थन के बिना यहां तक नहीं पहुंच सकती थी।’’ साथ ही लवलीना ने कहा, ‘‘खेलों को शुरू से ही स्कूल में नियमित विषय बनना चाहिए जो ग्रेजुएशन तक रहना चाहिए और खेल विज्ञान इसके लिये अहम होना चाहिए।’’

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