यूक्रेन में फंसे मध्य प्रदेश के छात्र ने बयां किए हालात, खतरा बहुत ज्यादा
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। भारतीय छात्र की मौत के बाद दहशत और बढ़ गई है। वहीं यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का कहना है कि अभी भी भारतीय सरकार के इंतजाम नाकाफी हैं। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बारीगढ़ क्षेत्र के टिकरी गांव के रहने वाले हेमंत यूक्रेन से एमबीबीएस कर रहे हैं। हेमंत ने वहां के हालात बताते हुए एक ऑडियो भेजा है। ऑडियो में हेमंत ने बताया कि वह इस समय यूक्रेन के खारकीव शहर के अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन में है। वहां हालात बेहद खराब हैं। भारत सरकार के पास अभी भी हम लोगों को यहां से निकालने के लिए कोई प्लान नहीं है। भारतीय दूतावास से बात करने पर हमें अपने रिस्क पर जाने के लिए कहा जा रहा
है। खाने-पीने के लिए मेट्रो स्टेशन से बाहर जाना होता है। उस वक्त यूक्रेन की फौज हमारी सुरक्षा में होती है। हेमंत ने बताया कि रूस की सेना का रुख अब बदल चुका है। सेना अब आम जनता को भी नुकसान पहुंचाने लगी है। हेमंत का कहना है कुछ देर पहले इंडियन एंबेसी ने कहा था कि आप लोग ट्रेन के माध्यम से आ जाओ। एंबेसी की बात मानकर मेरे 6 दोस्त लगभग 20 किलोमीटर पैदल चलकर रेलवे स्टेशन पहुंचे। वहां उन्हें कोई ट्रेन नहीं मिली। यूक्रेन के लोग भी पलायन कर रहे हैं। ऐसे में ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं है। हेमंत ने बताया कि जो दोस्त वहां गए थे अब वो भी वहां फंसकर रह गए हैं। वहां न तो कोई बंकर है और न खाने-पीने की कोई सुविधा।