राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 3 फरवरी को ट्वीट कर बताया कि अमेरिकी सैनिकों ने इस्लामिक स्टेट के नेता अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी को मार डाला है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि इससे पहले कि अमेरिकी सैनिक अबू इब्राहिम तक पहुंचते, उससे पहले उसने खुद ही आत्मघाती विस्फोट में खुद को उड़ा लिया। अमेरिका ने अबू इब्राहिम के इस कदम को हताश कायरता का अंतिम काम बताया है। लेकिन अमेरिकी सैनिक उस तक कैसे पहुंचे और प्लान को कैसे अंजाम दिया, आइए पूरी कहानी जानते हैं।
दिसंबर 2021 से शुरू हुआ था ऑपरेशन
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट बताती है कि इस ऑपरेशन की योजना दिसंबर 2021 में शुरू हो गई थी। जब अधिकारियों को यकीन हो गया कि इस्लामिक स्टेट का टॉप लीडर अबू इब्राहिम तुर्की बॉर्डर के पास एक सीरियाई शहर तमेह में रह रहा है। वाइट हाउस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि बाइडेन को 20 दिसंबर को अबू इब्राहिम को जिंदा पकड़ने के विकल्पों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
अबू इब्राहिम को मारना था बेहद मुश्किल
बिल्डिंग की पहचान करने के बाद भी अबू इब्राहिम को पकड़ना या बेहद मुश्किल था क्योंकि वह बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर रहता था और कई महीनों से घर से बाहर नहीं निकला था। बाहर की दुनिया से जुड़ने के लिए वह कुरियर का सहारा लेता था। ऐसे में अमेरिकी अधिकारी ऑपरेशन को लेकर उस इलाके में रहने वाले आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे।
1 फरवरी को बाइडेन ने दी अंतिम मंजूरी
इसके बाद उस घर में रहने वाले लोगों की जानकारी जुटाई गई और सुरक्षित मिशन तैयार करने की कोशिश की गई। बाइडेन ने 1 फरवरी को रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और जनरल मार्क मिले के साथ बैठक के दौरान मिशन के लिए अंतिम मंजूरी दी। एक मौके पर छापे में शामिल एक हेलीकॉप्टर को मैकेनिकल फेलियर का सामना करना पड़ा और उसे वहीं छोड़ने के बजाय नष्ट करना पड़ा।
डीएनए टेस्ट के बाद की गई मौत की घोषणा
अधिकारियों ने बताया ऑपरेशन के दौरान राष्ट्रपति बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस सहित टॉप अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी को रियल टाइम जानकारी दी जाती रही। रिपोर्ट्स बताती हैं कि जो बाइडेन, कमला हैरिस और राष्ट्रपति की नेशनल सिक्योरिटी टीम ने ऑपरेशन को लाइव देखा। मौत के बाद बायोमेट्रिक डेटा का इस्तेमाल करके अबू इब्राहिम की पहचान की पुष्टि की गई। डीएनए परीक्षण पूरा होने तक जो बाइडेन अबू इब्राहिम की मौत की घोषणा करने का इंतजार कर रहे थे।
अबू इब्राहिम को लेकर एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया है कि वह कई सालों से हमारी लिस्ट में था। वह बगदादी के सबसे करीबी में से था। वह इस्लामिक स्टेट के सबसे शामिल जघन्य अत्याचारों के लिए जिम्मेदार था।