कोरोना के ओमीक्रोन स्वरूप के प्रसार को रोकने के लिए लगाई गई पाबंदियों में ढील दी जाने लगी है। इस बीच मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि कोरोना से जंग जीतना या इसके प्रसार को रोकने के प्रयासों को छोड़ना जल्दबाजी होगी। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमीक्रोन को अन्य स्वरूपों की तुलना में हल्का माना जा सकता है। लेकिन दुनिया के अधिकांश क्षेत्रों में मौतों में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है।
संगठन के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस ने संवाददाताओं से कहा कि यह वायरस खतरनाक है। यह हमारी आंखों के सामने विकसित होता रहता है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख का यह बयान डेनमार्क में महामारी से जुड़ी सभी पाबंदियां हटाने के बाद आई है। ओमीक्रोन के रिकॉर्ड मामलों के बावजूद डेनमार्क प्रतिबंध हटाने वाला पहला यूरोपीय संघ का देश बन गया।
ओमीक्रोन ने रिकॉर्ड तोड़ा
टेड्रोस ने कहा कि ओमीक्रोन पहली बार 10 सप्ताह पहले दक्षिणी अफ्रीका में देखा गया था। अब तक इसके नौ करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। यह 2020 के कुल मामलों से अधिक है। उन्होंने कहा, वायरस को रोकने का प्रयास करते रहें। हम नहीं चाहते कि किसी भी देश को तथाकथित लॉकडाउन लगाना पड़े। लेकिन कोरोना को रोकने के लिए सिर्फ टीकाकरण ही नहीं, बल्कि अन्य सभी उपाय भी करने होंगे।
परीक्षण और निगरानी पर जोर
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने ओमीक्रोन के उपरूप बीए-2 सहित उभरते हुए रूपों पर नजर रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह वायरस विकसित होता रहेगा। देशों को परीक्षण, निगरानी और अनुक्रमण जारी रखना होगा। हम इस वायरस से नहीं लड़ सकते अगर हम नहीं जानते कि यह क्या कर रहा है।