उत्तर प्रदेश में सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग को लेकर छात्र शुक्रवार को पूरे दिन और रातभर सर्दी और बारिश में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर धरने बैठे रहे। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा का आदेश फरवरी में जारी हुआ तथा परीक्षा 17 अक्तूबर को हुई। 15 नवंबर को रिजल्ट जारी हुआ, जिसमें 45257 अभ्यर्थी सहायक अध्यापक तथा 1722 प्रधानाध्यापक की परीक्षा में सफल हुए। इसके बाद आगे की प्रक्रिया रोक ली गई।
अभ्यर्थियों ने शिक्षा निदेशालय तथा परीक्षा नियामक प्राधिकारी में संपर्क किया, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। एससीईआरटी एवं शिक्षा निदेशालय लखनऊ में बताया गया कि परीक्षाफल ही परीक्षा संस्था से प्राप्त नहीं हुआ है। गुरुवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी से संपर्क करने पर एक डिस्पैच नंबर बताते हुए उससे परीक्षाफल भेजने की बात बताई गई। लेकिन एससीईआरटी लखनऊ में डिस्पैच नंबर की जांच में वह झूठा साबित हुआ। शुक्रवार को फिर परीक्षा नियामक पहुंचे तो कोई अधिकारी नहीं मिला। इससे नाराज छात्र वहीं धरने पर बैठ गए।
अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं होता, धरने से नहीं उठेंगे। धरना देने वालों में प्राक्टर संदीप वर्मा, चंद्र प्रताप सिंह, आकाश सिंह, हरिओम राजपूत, ज्ञानेन्द्र सिंह बंटी, शिवम, अर्पित सिंह आदि रहे।