निजी क्षेत्र के ऋणदाता आरबीएल बैंक (RBL Bank) को इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन की इजाजत मिल गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से इसकी मंजूरी दी गई है। हाल ही में आरबीएल बैंक (RBL Bank) को डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन करने के लिए भी अधिकृत किया गया था। सीबीडीटी की ओर से ये मंजूरी दी गई थी। कहने का मतलब ये है कि बैंक अब प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह के कर जमा कर सकता है।
आरबीएल बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कहा है-आरबीएल बैंक के कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत ग्राहक अपने अप्रत्यक्ष करों का भुगतान करने में सक्षम होंगे। बैंक के मुताबिक मोबाइल बैंकिंग या नेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म के अलावा शाखा बैंकिंग नेटवर्क के माध्यम से इस प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है।
आपको बता दें कि आरबीएल बैंक की पूरे देश में उपस्थिति बढ़ रही है। बैंक कॉर्पोरेट और संस्थागत बैंकिंग, कॉमर्शियल बैंकिंग, शाखा और व्यवसाय बैंकिंग, खुदरा संपत्ति और ट्रेजरी के अलावा वित्तीय बाजार संचालन करता है। यह वर्तमान में 28 भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 445 शाखाओं, 1,435 व्यापार संवाददाता शाखाओं (जिनमें से 271 बैंकिंग आउटलेट) और 386 एटीएम के नेटवर्क के माध्यम से करीब 1 करोड़ ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है।